-कल्याणपुर पनकी रोड पर है ब्रांच, सीसीटीवी में चपरासी की हरकतें संदिग्ध

- कर्मचारियों की मौजूदगी में काम के दौरान पार हो गया कैश, भनक भी नहीं लगी

KANPUR : कल्याणपुर में सोमवार को कर्मचारियों की मौजूदगी में विजया बैंक से दस लाख रुपए पार हो गए और किसी को भनक तक नहीं लगी, जब शाम को बैंक कर्मियों को कैश का मिलान करने पर चोरी का पता चला तो उनके होश उड़ गए। आनन-फानन में सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को चेक की गई तो उसमें बैंक के चपरासी की हरकतें संदिग्ध पाई गई। जिसके आधार पर ब्रांच मैनेजर ने चपरासी पर चोरी का शक जताते हुए थाने में तहरीर दी है। जिस पर रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस ने पड़ताल शुरू कर दी है।

घटना के बाद से चपरासी गायब

कल्याणपुर थानाक्षेत्र के पनकी रोड में विजया बैंक की ब्रांच है। जिसमें मनोज कुमार सिन्हा मैनेजर हैं। सोमवार को रोज की तरह काम होने के बाद जब शाम को कैशियर ने कैश चेक किया तो उसमें दस लाख रुपए गायब थे। जिसका पता चलते ही उसके हाथ-पांव फूल गए। उसने दोबारा से कैश चेक किया तो उसमें दस लाख रुपए (दो हजार के पांच सौ नोट) गायब थे। कैशियर ने ब्रांच मैनेजर को जानकारी दी तो उनके होश उड़ गए। आनन फानन में ब्रांच मैनेजर ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को चेक किया तो चपरासी कुंदन सिंह मेहरा की हरकतें संदिग्ध दिखाई देने पर ब्रांच मैनेजर ने उसे फोन किया तो किसी और ने कॉल रिसीव करते हुए बोला कि यह मोबाइल उसे रोड पर पड़ा मिला है। जिससे मैनेजर का शक और गहरा गया। उन्होंने कंट्रोल रूम में सूचना दी तो पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी। इंस्पेक्टर का कहना है कि चपरासी पर शक जताया जा रहा है। वो मूलरूप से नैनी का निवासी है। वो यहां पर आवास विकास में रहता है। उसके आवास विकास के घर में दबिश दी गई, लेकिन वो घर पर नहीं था।

----------------------

बैंक कर्मियों की लापरवाही सामने आई

बैंक के हाई सिक्योरिटी जोन में कैश रखा जाता है। वहां पर कैशियर या ब्रांच मैनेजर या उनके समकक्ष अफसर को ही जाने का अधिकार होता है। ऐसे में चपरासी वहां पर कैसे चला गया। उसको किसी ने वहां जाने से रोका क्यों नहीं? इससे साफ है कि बैंक कर्मचारी इसे लेकर बेपरवाह थे।