12 हजार से अधिक मजदूरों को यूपी लाया गया

18 जिलों में विशेष नोडल अधिकारी तैनात

300 बसें स्टूडेंट्स को लाने के लिए लगाई जाएंगी

15 हजार से 25 हजार क्षमता के क्वारंटाइन सेंटर हर जिले में

- कोटा के छात्रों के बाद हजारों मजदूरों को दूसरे राज्यों से ला चुकी सरकार

- सीएम ने दिए हर जिले में 15 से 25000 क्षमता के क्वारंटाइन सेंटर बनाने के निर्देश

LUCKNOW:

लॉकडाउन के चलते घर से दूर फंसे प्रदेशवासियों को अब उनके घर पहुंचाने का बीड़ा योगी सरकार ने उठाया है। अभी लगातार हरियाणा और अन्य राज्यों से मजदूरों को ला रही सरकार ने कोटा की तरह ही प्रयागराज में पढ़ाई कर रहे 10 हजार छात्रों को उनके गृह जिलों में पहुंचाने का निर्णय लिया है। स्वास्थ्य मानकों के पालन के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने हर जिले में 15 से 25 हजार क्षमता के क्वारंटाइन सेंटर हर जिले में बनाने के भी निर्देश दिए हैं।

300 बसें लगाई जाएंगी

लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा सोमवार को सीएम ने अपने सरकारी आवास पर टीम-11 के अधिकारियों के साथ की। लोकभवन में पत्रकारों से बातचीत में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि सीएम योगी ने प्रयागराज में प्रदेश के अन्य जिलों के रहने वाले छात्रों को उनके गृह जनपद में पहुंचाने का निर्देश दिया है। इसके लिए प्रयागराज के डीएम, एसएसपी व परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक को आदेश दिया गया है कि 300 बसों को तैनात कर सभी 10 हजार छात्रों को उनके गृह जनपद पहुंचा दिया जाए।

तीन स्थानों से चलाई जाएंगी बसें

अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि छात्रों के लिये यह बसें प्रयागराज के तीन स्थानों से चलेंगी। पहले चरण में सोनभद्र, चंदौली, वाराणसी, जौनपुर, प्रतापगढ़, कौशांबी, फतेहपुर और चित्रकूट के छात्रों को भेजने का निर्देश दिया गया है। इसके बाद दूसरे चरण में इन्हीं बसों से अन्य जिलों में छात्रों को भेजा जाएगा। छात्र-छात्राओं की अलग-अलग व्यवस्था की गई है। अधिकारियों को निर्देश दिया है कि हर छात्र का पूरा ब्योरा रखा जाए। उन्होंने बताया कि सीएम योगी ने कहा है कि हर जिले में 15,000 से 25,000 क्षमता के क्वारंटाइन सेंटर बनाए जाएं।

12 हजार से ज्यादा मजदूर लाए गए यूपी

अपर मुख्य सचिव ने बताया कि हरियाणा से अब तक 12,200 मजदूरों को यूपी लाया गया है। इसके लिए 328 बसें लगाई गई। 26 अप्रैल को प्रदेश के चार बॉर्डर पर 9992 मजदूर लाए गए। सहारनपुर के बॉर्डर पर 74, शामली बॉर्डर पर 55, बागपत बॉर्डर पर 47, मथुरा के बॉर्डर पर 63 और बुलंदशहर की सीमा पर 89 बसें हरियाणा से मजदूरों को लेकर पहुंची हैं। इसके पहले 25 अप्रैल को 2224 मजदूरों को लाया गया था। उन्होंने बताया कि आने वाले सभी मजदूरों की मेडिकल जांच करा ली गई है। इसके बाद भी उन्हें 349 बसों से संबंधित जिले के क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया जाएगा।

एक मई से फिर मुफ्त राशन वितरण

योगी ने एक मई 2020 से प्रदेश में मुफ्त खाद्यान्न वितरण शुरू करने को कहा है। हर जरूरतमंद को राशन उपलब्ध हो, इसकी निगरानी जिला स्तर के वरिष्ठ अधिकारी करेंगे। इसका लाभ करीब 3 करोड़ 50 लाख राशन कार्डधारकों को मिलेगा।

सीएम ने नोडल अफसरों से लिया फीडबैक

कोरोना संक्रमण की रोकथाम को 18 जिलों में विशेष नोडल अधिकारी तैनात किए गए हैं। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि सोमवार को सीएम ने आगरा, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, मेरठ, कानपुर, लखनऊ और वाराणसी के नोडल अधिकारियों से फीडबैक लिया और दिशा-निर्देश भी दिए। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति पहले से बेहतर है। प्रति 10 लाख जनसंख्या पर संक्रमण और मृत्युदर अन्य राज्यों से कम है।