क्राइम ग्राफ पर नकेल कसने के लिए डीजीपी ने दिया आदेश

हर थाने में पुरानी हिस्ट्रीशीट का भी किया जाएगा रिन्यूवल

Meerut। क्राइम ग्राफ को कम करने के लिए पुलिस ने ऐसे बदमाशों को चिह्नित करने का काम शुरू कर दिया है, जो दस साल से ज्यादा समय तक जेल में रहकर आए हैं। साथ ही पुलिस ने बदमाशों की हिस्ट्रीशीट खोलने की तैयारी कर ली है। हर थाने में पुराने हिस्ट्रीशीटर बदमाशों की लिस्ट का रिन्यूवल करने के निर्देश जारी किए गए हैं। एसएसपी अखिलेश कुमार ने बताया कि डीजीपी के आदेश पर यह कार्रवाई की जा रही है।

क्या है आदेश

डीजीपी ओपी सिंह ने आदेश दिए हैं कि जिले में जितने भी बदमाश 10 साल की सजा काट चुके हैं, संबंधित थाने में उनकी हिस्ट्रीशीट खोली जाए। जिससे उनके ऊपर पुलिस नजर रख सके। इसके अलावा पुराने हिस्ट्रीशीटर बदमाशों की लिस्ट रिन्यकी जाए।

क्या है हिस्ट्रीशीट

हिस्ट्रीशीट ए और बी दो प्रकार की होती है। हिस्ट्रीशीटर ए में चोरी, लूट, डकैती से संबंधित वारदात वाले अपराधी रखे जाते हैं, जबकि हिस्ट्रीशीट बी टाइप में पेशेवर अपराधी शामिल होते हैं।

खंगाली जाती है कुंडली

हिस्ट्रीशीट खोलने के लिए पुलिस अपराधी से संबंधित सभी जानकारियां जुटाती है। जिसमें अपराधी का विवरण, उसकी कहां-कहां रिश्तेदारी है। उसके मित्र कौन-कौन हैं। सभी का पूरा नाम, पता आदि पुलिस रिकार्ड में दर्ज होता है। हिस्ट्रीशीट खुलने के बाद अपराधी की निगरानी संबंधित क्षेत्र का दारोगा करता है।

1200 हिस्ट्रीशीटर बदमाश

एसएसपी कार्यालय के अनुसार जिले में वर्तमान समय में लगभग 1200 बदमाशों की हिस्ट्रीशीट खुली हुई है। समय-समय पर उनकी निगरानी भी कराई जाती है। इसके अलावा लगभग इतने ही जिला बदर अपराधी भी है।

फैक्ट्स फिगर

32 थाने हैं जिले में

1200 बदमाशों की जिले में खुली हुई है हिस्ट्रीशीट

10 साल की सजा काटने वाले बदमाशों की खुलेगी हिस्ट्रीशीट

4 इंस्पेक्टर लगाए गए बदमाशों को चिह्नित करने में

252 इनामी बदमाश चल रहे हैं वांटेड

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