10 हजार पुलिसकर्मी लगे हैं वीआईपीज की सिक्योरिटी में, काम नहीं करेंगे तो कौन रखेगा ख्याल

- 26 से जा रहे पांच दिनों के सामूहिक अवकाश पर जा रहे हैं पुलिसकर्मी

-जिला मुख्यालयों में पुलिस मेंस एसोसिएशन ने दिया धरना, वेतन में गड़बड़ी को पर कर रहे आंदोलन

-एसआई व इंस्पेक्टर भी करेंगे सपोर्ट, 65 हजार पुलिसकर्मी रहे धरने पर

PATNA: पुलिस मेन्स एसोसिएशन के 65 हजार पुलिसकर्मियों ने मंडे को जिला पुलिस ऑफिस में धरना दिया। अपनी 9 सूत्री मांगों के लिए पहले से ही वे आंदोलनरत हैं। मंडे को तो धरना दिया, पर 26 अगस्त से पांच दिनों के सामूहिक अवकाश पर रहेंगे। इसमें उनके ही सिर्फ 65 हजार पुलिसकर्मी नहीं, बल्कि एसआई और इंस्पेक्टर रैंक के ऑफिसर्स के भी उसमें शामिल होने की उम्मीद है। ऐसे में एसोसिएशन इस बार आर-पार की लड़ाई को तैयार है। स्टेट के सभी मंत्रियों, सीनियर पुलिस ऑफिसर्स से लेकर सारे वीआईपीज की डयूटी में लगे पुलिसकर्मी काम पर नहीं रहेंगे। वे अपना आ‌र्म्स जमा कर अपनी मांगों के सपोर्ट में आंदोलन का हिस्सा रहेंगे। एसोसिएशन की मानें, तो करीब 10 हजार पुलिसकर्मी वीआईपी लोगों की सिक्योरिटी में लगे हैं।

एसएसपी ऑफिस में धरना

पुलिस मेंस एसोसिएशन के मेम्बर्स ने पटना एसएसपी ऑफिस में धरना दिया। एसएसपी विकास वैभव के चैम्बर के सामने ही धरना दे दिया था। एसोसिएशन के अध्यक्ष उपेन्द्र सिंह ने बताया कि हमारी नौ सूत्री मांगें हैं, अभी धरना दे रहे हैं। अगर नहीं सुनी जाती, तो पांच दिनों तक सारे लोग काम ठप कर देंगे। इसके अलावा रेल एसपी के चैम्बर के सामने भी एसोसिएशन के लोगों ने धरना दिया। इस मौके पर संगठन मंत्री सुभाष यादव, उपाध्यक्ष नीरज सिंह, अमिताभ बच्चन, राजू कुमार दुबे, इम्ति्याज अहमद सहित सैकड़ों पुलिसकर्मी शामिल थे। धरना मंडे सुबह आठ बजे से शुरू हुआ, जो मंगलवार आठ बजे तक चलेगा। इससे पहले भी आठ अगस्त को पुलिसवालों ने काला बिल्ला लगाकर काम किया था।

पुलिस मेन्स एसोसिएशन को फिलहाल नैतिक रूप से सपोर्ट दिया है। अगर मांगें नहीं सुनी गई, तो 26 तारीख से बिहार पुलिस एसोसिएशन भी इनके साथ काम ठप करेगा। सभी 18 हजार पुलिस ऑफिसर्स इनके साथ होंगे। इस मामले में चुनाव आयोग को भी हस्तक्षेप करना चाहिए।

मृत्युंजय कुमार सिंह, अध्यक्ष, बिहार पुलिस एसोसिएशन

Point to be noted

- 65 हजार पुलिस मेंस एसोसिएशन से जुड़े पुलिसकर्मी हैं।

- 18 हजार एसआई और इंस्पेक्टर भी आंदोलन के साथ हैं।

-10 हजार पुलिसकर्मी वीआईपीज की सिक्योरिटी में लगे हैं।

Demands

क्। एक महीने का अतिरिक्त मानदेय की ऐवज में क्षतिपूर्ति अवकाश को समाप्त करने के बिन्दु पर पुनिर्विचार कर उत्तर प्रदेश पुलिस की तरह अवकाश कायम किया जाए।

ख्। उत्क्रमित ग्रेड पे का नेशनल लाभ अन्य राज्यकर्मियों की तरह क् जनवरी 0म् से एवं वास्तविक लाभ क् जनवरी 09 से दिया जाए।

फ्। बढ़ती महंगाई को देखते हुए वर्दी भत्ता एवं राशन भत्ता में बढ़ोतरी हो।

ब्। अनुकम्पा के आधार पर नियुक्ति का अधिकार पूर्व के सदृश्य पुलिस अधीक्षक एवं कमांडेंट को दिया जाए।

भ्। केन्द्रीय पुलिसकर्मियों के अनुरूप शिक्षा भत्ता लागू किया जाए।

म्। उग्रवाद प्रभावित जिलों में पदस्थापित, प्रतिनियुक्त जवानों को मूल वेतन का फ्0 परसेंट उग्रवाद भत्ता जिलों एवं सैन्य पुलिस में लागू किया जाए।

7. दंगा निरोधी दस्ता कंपनी एसडीआरएफ और एसटीएफ के सदृश्य विशेष भत्ता लागू करने, एसटीएफ के सदृश्य ही कर्तव्य अवधि की सीमा निर्धारित की जाए।

8. महिला पुलिसकर्मियों को उपलब्ध बल के आधार पर जिला, वाहिनी, इकाई के सभी प्रतिष्ठानों में आवास, शौचालय आदि की व्यवस्था की जाए।

9. पुलिस मुख्यालय में पूर्व से कायम परोपकारी, शिक्षा, कल्याण कोष तथा जिला एवं वाहिनी में कायम उपसमिति एवं एसोसिएशन की चंदा कटौती हेतु कम्प्यूटर में सीटीएमआईएस की व्यवस्था कायम की जाए।