- 108 एम्बुलेंस के पायलट को फ्यूल भरवाने के लिए दिए जाएंगे 2-2 कंपनियों के कार्ड

DEHRADUN: 108 एम्बुलेंसेज अब फ्यूल के चक्कर में खड़ी नहीं होंगी. एम्बुलेंस सर्विस का संचालन करने वाली संस्था कैंप ने अपने सभी पायलटों को एक-एक स्मार्ट कार्ड देने का निर्णय लिया है. जिसमें हर एक कार्ड की एक दिन की लिमिट 3 हजार रुपए रहेगी. ऐसे में एम्बुलेंस के पायलट को फ्यूल भरवाने के लिए बार-बार ऑफिस के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे.

एचपीसीएल और इंडियन ऑयल से लिए कार्ड

कैंप के जीएम प्रोजेक्ट अनिल शर्मा ने बताया कि पूर्व में अक्सर फ्यूल खत्म होने के कारण कई बार कर्मचारियों द्वारा एम्बुलेंसेज को खड़ा कर दिया जाता था. जिससे सर्विस बाधित होने के कारण मरीजों को परेशानी उठानी पड़ती थी. ऐसे में अब संस्था ने एचपीसीएल के 139 और इंडियन ऑयल के 139 कार्ड बनवाए हैं. 1-1 कार्ड हर पायलट को दिए जाएंगे, जिससे जो भी पेट्रोल पंप नजदीक पड़ेगा उससे फ्यूल डलवाया जा सकेगा. एक कार्ड की 3 हजार लिमिट होगी. जिससे एंबुलेंस संचालन में कोई परेशानी नहीं होगी. अनिल शर्मा ने बताया कि हर कार्ड की डिटेल और मैसेज कॉल सेंटर से कनेक्ट की गई है. जिससे फ्यूल डलाते ही पूरी जानकारी मिल जाएगी. इसके अलावा अगर फ्यूल की जरुरत ज्यादा हुई तो कॉल सेंटर से कॉन्टेक्ट कर इसकी लिमिट बढ़ाई भी जा सकेगी.

प्राइम लोकेशंस में होगा बदलाव

शहर की कई प्राइम लोकेशंस पर 108 एम्बुलेंसेज हर वक्त खड़ी रहती हैं. जैसे दून हॉस्पिटल, कोरोनेशन हॉस्पिटल, विधानसभा आदि कई ऐसी प्राइम लोकेशंस हैं, जहां एम्बुलेंस तैनात रहती हैं. जाम से बचने के लिए कैंप ने इन एम्बुलेंसेज को प्राइम लोकेशंस से 2 किमी के दायरे में रखने का निर्णय लिया है. अनिल शर्मा ने बताया कि दून हॉस्पिटल के आसपास सबसे ज्यादा जाम की स्थिति बनी रहती है. जिस वजह से दून हॉस्पिटल की एम्बुलेंस चंदरनगर में खड़ी रहेगी. एंबुलेंस जाम में न फंसे, इसलिए ऐसे प्रयोग किए जा रहे हैं.