6 से 7 प्रोजेक्ट्स रोके गए

250 करोड़ के करीब हुई बचत

11 नई योजनाओं पर खर्च होगी धनराशि

- फंड न मिलने और विवादों के कारण स्मार्ट सिटी के कई प्रोजेक्ट्स नहीं होंगे शुरू

- इन प्रोजेक्ट्स से बची धनराशि को नई 11 योजनाओं पर खर्च किया जाएगा

abhishekmishra@inext.co.in
LUCKNOW : स्मार्ट सिटी में शामिल साइकिल ट्रैक और अवध वॉक इन ठंडी सड़क की सुविधा पर फिलहाल विराम लग गया है। वजह यह है कि उपरोक्त प्रोजेक्ट्स के लिए प्रॉपर फंड न मिलने और विवादों से कनेक्शन होने के कारण इन प्रोजेक्ट्स को शुरू नहीं किया जाएगा। इस लिस्ट में कई अन्य प्रोजेक्ट्स भी शामिल हैं। वहीं दूसरी तरफ इन प्रोजेक्ट्स के विकास में खर्च की जाने वाली धनराशि को दूसरे नए 11 प्रोजेक्ट्स में खर्च किया जाएगा।

इन प्रोजेक्ट्स पर ब्रेक

विरासत भवन रफा-ए-आम क्लब

मॉरिस मार्केट

साइकिल ट्रैक

अवध वॉक ऑन ठंडी सड़क

आईपीडीएस परियोजनाओं का इंप्लीमेंटेशन

ये नए प्रोजेक्ट्स शुरू होंगे

पहला प्रोजेक्ट

कलेक्ट्रेट परिसर में भूमिगत बहुमंजिला स्मार्ट पार्किग

विवरण- ग्लोब पार्क की स्मार्ट निधि की अंशभागिता से अनुमोदित भूमिगत पार्किग के स्थान पर कलेक्ट्रेट परिसर में भूमिगत बहुमंजिला स्मार्ट पार्किग।

कारण- ग्लोब पार्क के पास स्थित हाईकोर्ट के नवीन भवन में ट्रांसफर होने से उक्त पार्किग का औचित्य नहीं रह गया है। इस वजह से नया स्थान चुना गया।

लागत- 24 करोड़

दूसरा प्रोजेक्ट

स्मार्ट निधि से बनेगी पार्किग

विवरण- एबीडी क्षेत्र में स्मार्ट सिटी निधि के शेयर से कैसरबाग मछली मंडी में भूमिगत बहुमंजिला स्मार्ट पार्किग का निर्माण।

कारण- पीपीपी आधार पर तीन बार आमंत्रित निविदाओं में एक भी निविदा न मिलने के कारण ईपीसी आधार पर पूर्णतया स्मार्ट सिटी निधि से प्रस्तावित।

लागत- 23 करोड़

तीसरा प्रोजेक्ट

ड्रेनेज सिस्टम पर स्मार्ट सिटी धनराशि से खर्च

विवरण- कैसरबाग एरिया में अमृत व स्मार्ट सिटी की राशि से ड्रेनेज परियोजना का ईपीसी आधार पर कार्यावयन।

कारण- अमृत व अन्य कंवर्जेस की धनराशि की स्वीकृति शासन स्तर पर न होने के कारण स्मार्ट सिटी निधि से ही कार्य कराया जाएगा।

लागत- 124.26 करोड़

चौथा प्रोजेक्ट

कैसरबाग में 21 पार्को का विकास

विवरण- एबीडी क्षेत्र स्थित 21 पार्को का स्मार्ट सिटी निधि से विकास।

कारण-अमृत व अन्य कंवर्जेस की धनराशि की स्वीकृति शासन स्तर पर न मिलने के कारण स्मार्ट सिटी निधि से ही कार्य कराया जाएगा।

लागत- 20 करोड़

पांचवां प्रोजेक्ट

यहां भी बनेगी पार्किग

विवरण- निबंधन कार्यालय के सामने के मुख्य नाले पर मैकेनाइज्ड पार्किग स्थल का विकास।

कारण- निबंधन कार्यालय की पार्किग मांग को देखते हुए तैयार हुआ प्रस्ताव

लागत- 10 करोड़

छठा प्रोजेक्ट

पीसीटीएस आदि को विकसित करना

विवरण-नगरीय ठोस व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए ट्रांसफर स्टेशन, हुकलोडर, पीसीटीएस आदि को विकसित करना

कारण- ईकोग्रीन कंपनी द्वारा कंवर्जेस के अंतर्गत कार्य न कराए जाने के कारण उक्त बिंदु के अंतर्गत सभी कार्य स्मार्ट सिटी निधि से ही कराए जाएंगे।

लागत- 25 करोड़

सातवां प्रोजेक्ट

वेस्ट वॉटर ट्रीटमेंट

विवरण- वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट एवं रीयूज को इंप्लीमेंट किया जाना

कारण- संवर्धित परियोजना का पूर्णतया स्मार्ट सिटी निधि से कार्यावयन

लागत- 22 करोड़

आठवां प्रोजेक्ट

स्मार्ट रोड को विकसित करना

विवरण- एबीडी क्षेत्र से संलग्न मार्गो की कनेक्टिविटी के लिए स्मार्ट रोड का विकास

कारण- परियोजना का पूर्णतया स्मार्ट सिटी निधि से इंप्लीमेंटेशन

लागत- 50 करोड़

नौवां प्रोजेक्ट

विवरण- कैसरबाग हेरिटेज जोन के अंतर्गत बटलर पार्क, राजारामपाल सिंह पार्क का विकास

लागत- 8.62 करोड़

दसवां प्रोजेक्ट

स्काडा प्रणाली के अंतर्गत बिजली उपकेंद्रों पर कंट्रोल रूम एवं संचार प्रणाली की स्थापना

कारण- विद्युत स्काडा पैन सिटी इंप्लीमेंटेशन हेतु टेक्नोलॉजी इंटरवेंशन

लागत- 30 करोड़

ग्यारहवां प्रोजेक्ट

विवरण- एबीडी एवं समीपस्थ क्षेत्र स्थित महत्वपूर्ण भवनों व स्थलों में फसाड लाइटिंग

प्रस्ताव- स्मार्ट सिटी निधि से होगा पूरा कार्य

लागत- 5 करोड़

भारत सरकार को लिखा पत्र
लखनऊ स्मार्ट सिटी लि। के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी की ओर से इस संबंध में संयुक्त सचिव एवं मिशन निदेशक स्मार्ट सिटी मिशन, आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय भारत सरकार को पत्र लिखा गया है। जिसके माध्यम से उन्होंने बताया है कि कुछ प्रस्ताव शुरू न किए जाने एवं 15 कार्यो की कम दरों पर निविदाएं प्राप्त होने के कारण खासी बचत हुई है। इस धनराशि का उपयोग 11 अन्य कार्यो में किया जाएगा।