170 candidates बनेंगे IAS

यूपीएससी के सिविल सर्विसेज-2011 रिजल्ट में कुल 910 कैंडिडेट्स सफल घोषित किए गए हैं। इनमें से 170 इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विसेज के लिए सेलेक्ट किए गए हैं। इसी तरह इंडियन फॉरेन सर्विसेज के लिए 40, इंडियन पुलिस सर्विसेज के लिए 150, सेंट्रल सर्विसेज गु्रप ए के लिए 543 व सेंट्रल सर्विसेज ग्रुप बी के लिए 98 कैंडिडेट सेलेक्ट किए गए हैं। कुल सेलेक्ट 910 कैंडिडेट्स में 420 जनरल कैटेगरी के, 255 ओबीसी, 157 एससी कैटेगरी व 78 एसटी कैटेगरी के हैं।

पूरी हुई तमन्ना

बेटा सात समुन्दर पार नहीं बल्कि अपने देश में रहकर देश की सेवा करे। कुछ ऐसी ही तमन्ना थी सिविल सर्विस में सेलेक्ट हुए अश्विनी पाण्डेय के पैरेंट्स की। बेटे के सेलेक्शन पर सिविल लाइंस स्थित हनुमान मंदिर में दर्शन को आए अश्विनी के फादर द्वारिका पाण्डेय ने कहा कि आज उनकी ये तमन्ना पूरी हो गई। उनकी हां में हां मिलाया, साथ मौजूद मदर कमला ने। दरअसल अश्विनी सेंट्रल स्कूल व एनआईटी दुर्गापुर से पढ़ाई करने के बाद अमेरिका में ही सेटिल हो गए। वहीं पर एमटेक की पढ़ाई करने के बाद एक कंपनी में केमिकल इंजीनियर की जॉब कर ली। लेकिन जब अश्विनी को पैरेंट्स की इच्छा मालूम हुई तो वे सब कुछ छोड़कर दिल्ली चले आए और जुट गए आईएएस की प्रिपरेशन में। फस्र्ट अटेम्प्ट में उन्होंने 423 वीं रैंक हासिल की।

मिल गई मंजिल

सिटी के छोटा बघाड़ा एरिया में रहकर सिविल सर्विसेज की प्रिपरेशन करने वाले अविनाश सिंह को भी आखिरकार उनकी मंजिल मिल गई.  वे 139 रैंक के साथ आईएएस के लिए सेलेक्ट हुए हैं। बीएचएस से स्कूली एजूकेशन लेने के बाद वे आईईटी लखनऊ इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए चले गए। फिर सिविल सर्विसेज की प्रिपरेशन में लग गए और अंत में अपनी मंजिल पाकर ही रहे। उनका सपना आईएएस बनना था। हालांकि इस समय वे एग्रीकल्चर मिनिस्ट्री में एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर के पोस्ट पर तैनात हैं।

AU से मिली प्रेरणा

सिविल सर्विसेज में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स का दबदबा रहता है। सीनियर्स से एयू के बारे में जो सुना था वहीं मिला भी। कुछ ऐसा ही कहना है कि सेलेक्शन पाने वाले एएन झा हॉस्टल के इनमेट रहे राहुल का। वे अपने सेलेक्शन में एयू और हॉस्टल के कल्चर की बहुत बड़ी भूमिका मानते हैं। राहुल का कहना है कि सिविल सर्विसेज में जाने की मंसा को यही से बल मिला। वे इस समय जेएनयू में पीएचडी कर रहे हैं।

सपना हुआ पूरा

फादर का सपना था कि सिविल सर्विस में सेलेक्शन हो, मुझे खुशी इस बात की है कि आज मैंने उनका ये सपना पूरा किया। कुछ ऐसा ही कहना है कि इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के ताराचंद हॉस्टल में रहकर लॉ की पढ़ाई कर रहे दिलीप कुमार शुक्ला का। यूपीएससी के सिविल सर्विस एग्जाम में उन्होंने 780 रैंक पाई। अपनी सफलता का श्रेय उन्होंने एयू के टीचर्स और बड़ों के आशीर्वाद को दिया है.यूपीएससी के सिविल सर्विसेज एग्जाम में सेलेक्ट होकर हिमांशु गौतम ने भी इलाहाबाद यूनिवर्सिटी व एएन झा हॉस्टल का नाम रोशन किया है। हिमांशु ने इसके पहले भी यूपीपीसीएस में सेलेक्शन होकर एयू के गौरव में चार चांद लगाया है। वे इस समय नोएडा में एसडीएम पोस्ट पर तैनात हैं।