-600 ड्राइवर और 600 कंडक्टर पदों पर होगी कर्मचारियों की भर्ती

-लंबे समय से परिवहन निगम में चल रही है ड्राइवर-कंडक्टर की कमी

-मई तक भरे जायेंगे दोनों पदों पर कर्मचारी

-ड्राइवर पदों पर 1995 के बाद पहली बार हो रही है नियमित भर्ती

DEHRADUN: लंबे समय से परिवहन निगम में चली आ रही ड्राइवर-कंडक्टर की कमी दूर होगी। उत्तराखंड परिवहन निगम प्रबंधन ने ड्राइवर-कंडक्टर पदों को भरने की कवायद की है। मई तक परिवहन निगम में म्00 ड्राइवर और म्00 कंडक्टर भर्ती होंगे। परिवहन निगम की रोडवेज बसों का संचालन मुख्य रूप से ड्राइवर-कंडक्टर पर ही निर्भर करता है। वर्तमान में सबसे अधिक कमी ड्राइवर पदों की चल रही है। कर्मचारी डबल ड्यूटी करके बसों का संचालन कर रहे हैं। इस समय करीब क्ख्00 बसों के संचालन के लिए फ् हजार ड्राइवर और फ् हजार कंडक्टर ही हैं। इनमे भी रेगुलर कंडक्टर और ड्राइवर की संख्या क्भ्00-क्भ्00 है। बाकी पदों पर संविदा और आउट सोर्स के जरिए कर्मचारी रखे गए हैं।

वर्ष ख्00फ् में हुई थी यूटीसी की स्थापना

वर्ष ख्00फ् में उत्तराखंड परिवहन निगम की स्थापना हुई थी। इससे पहले यह उत्तर प्रदेश परिवहन निगम का हिस्सा था। परिवहन निगम के कर्मचारियों की मानें तो क्99भ्-9म् के बाद यह पहला मौका है जब परिवहन निगम में ड्राइवर पदों पर कर्मचारी भर्ती किए जा रहे हैं। इस बीच हर साल कर्मचारी रिटायर हो रहे हैं। लेकिन खाली पदों को नहीं भरा जाता है। हालांकि मृतक आश्रित कोटे के तहत विगत वर्ष से अब तक एक हजार मृतक आश्रित पदों को भरा गया है, लेकिन ड्राइवर पद टेक्निकल होने के चलते आसानी से भरे नहीं जाते हैं।

शासन से मिल चुकी है स्वीकृति

परिवहन निगम में फ्00 ड्राइवर पदों को भरने के लिए शासन से भी स्वीकृति मिल चुकी है। जबकि म्00 ड्राइवर पदों को भरा जाना है। ऐसे में परिवहन निगम प्रबंधन फ्00 नियमित और फ्00 संविदा के माध्यम से ड्राइवर पदों को भर सकता है। जबकि कंडक्टर के म्00 पदों को संविदा के जरिए भरे जाने की प्लानिंग की जा रही है।

ये क्वालीफिकेशन है जरूरी

-ड्राइवर पद के लिए आवेदक को 8वीं पास होना चाहिए

-भ् साल पुराना हैवी लाइसेंस होना चाहिए

-हिल एरिया में सवारी बस चलाने का अनुभव होना चाहिए

-उत्तराखंड का मूल निवासी होना चाहिए

-कंडक्टर पद के लिए आवेदक क्ख्वीं पास होना चाहिए

-कंडक्टर लाइसेंस होना जरूरी है

वर्जन-

मई तक ड्राइवर और कंडक्टर के पदों को भरे जाने की तैयारी की जा रही है। कोशिश है कि फ्00 पद ड्राइवर के रेगुलर कर्मचारियों द्वारा भरे जाएं। जबकि फ्00 ड्राइवर और म्00 कंडक्टर के पद संविदा के जरिए भरे जा सकते हैं।

-उदय सिंह राणा, महाप्रबंधक, प्रशासन, उत्तराखंड परिवहन निगम

लंबे समय से परिवहन निगम में ड्राइवर और कंडक्टर के पद खाली पड़े हैं। डबल ड्यूटी करते हुए इस समय कर्मचारी बसों का संचालन कर रहे हैं। मृतक आश्रित में कंडक्टर के कुछ पद भरे गए हैं। लेकिन ड्राइवर पदों पर क्99भ् से अभी तक भर्ती नहीं हुई है। तब हम यूपी परिवहन निगम का हिस्सा थे।

-रामचंद्र रतूड़ी, प्रदेश महामंत्री, रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद्