RANCHI: स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार योजना के तहत 2017-18 में स्वच्छता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करनेवाले 1220 स्कूलों को पुरस्कृत किया गया। नामकुम स्थित झारखंड एकेडमिक काउंसिल के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में 5 स्टार प्राप्त करनेवाले 212 स्कूलों को एक-एक लाख तथा 4 स्टार लानेवाले 2008 स्कूलों को 50-50 हजार रुपये के चेक दिए। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इनमें से पांच को सांकेतिक रूप से पुरस्कार प्रदान किया। 5 स्टार वाले स्कूलों में से 40 स्कूल राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में शामिल हो रहे हैं, जिनके निरीक्षण के लिए जून में केंद्रीय टीम आएगी।

23 प्राइवेट स्कूल

स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार प्रतियोगिता 2017-18 में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए ग्रामीण क्षेत्रों से 15-15 प्राथमिक तथा माध्यमिक स्कूलों तथा शहरी क्षेत्रों से पांच-पांच ऐसे स्कूलों का चयन हुआ है। जिला स्तर पर हुई प्रतियोगिता में कुल 212 स्कूलों की अनुशंसा राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए की गई थी। इनमें मात्र 23 प्राइवेट स्कूल थे।

क्वालिटी पर भी ग्रेडिंग

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर स्वच्छता की तरह शिक्षा में गुणवत्ता पर भी सभी स्कूलों की भी ग्रेडिंग कराने का निर्देश विभाग को दिया। यह ग्रेडिंग ए, बी, सी आधार पर होगी। उन्होंने कहा कि ए ग्रेड वाले स्कूलों को और बेहतर करने, बी वाले को ए बनाने तथा सी वाले स्कूलों को बी बनाने की दिशा में कार्य किया जाना चाहिए। शिक्षा मंत्री नीरा यादव ने स्कूलों में सप्ताह में एक दिन स्वच्छता तथा पर्यावरण पर कार्यक्रम आयोजित करने पर जोर दिया।

37 मानकों पर चयन

इससे पहले शिक्षा सचिव एपी सिंह ने बताया कि 37 मानकों के आधार पर इन स्कूलों का चयन हुआ है। उन्होंने शिक्षा के कई सूचकांकों में झारखंड की दर राष्ट्रीय दर से बेहतर होने की जानकारी दी। कार्यक्रम को जैक के अध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह, विभाग के अपर सचिव शैलेश कुमार चौरसिया, यूनिसेफ की स्टेट चीफ डा। मधुलिका जोनाथन ने भी संबोधित किया।

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चाईबासा डीसी हुए सम्मानित :

स्वच्छता पुरस्कार के लिए सबसे अधिक स्कूलों के चयन होने के लिए मुख्यमंत्री ने चाईबासा के उपायुक्त अरवा राजकमल को सम्मानित किया। इस जिले से पांच स्कूलों को 5 स्टार रैंकिंग मिली है।

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शौचालय नहीं होने पर नानीघर जाने से कर दिया इन्कार

चैनपुर, पलामू की रागिनी कुमारी तथा चित्तरपुर, रामगढ़ की पिंकी कुमारी ने शौचालय नहीं होने से गर्मी की छुट्टी में अपने नानीघर जाने से इन्कार कर दिया। दोनों ने कह दिया कि उसके मामा पहले शौचालय बनवाएं तब वे वहां जाएंगे। मुख्यमंत्री ने इस जज्बे के लिए दोनों को पुरस्कृत किया।

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इन स्कूलों को 5 स्टार रैंकिंग

- कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, टोंटो-पश्चिमी सिंहभूम

- कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय रनिया-खूंटी

- कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, चाईबासा

- कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, चक्रधरपुर

- कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, खरसावां

- मिडिल स्कूल, बड़ाजामदा-पश्चिमी सिंहभूम

- अपग्रेडेड मिडिल स्कूल, रेशम-रांची

- कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, चान्हो-रांची

- योगदा सत्संग विद्यालय हाई स्कूल, जगन्नाथपुर धुर्वा-रांची

(नोट : इनके अलावा भी कई स्कूल इस रैंकिंग में शामिल हैं.)

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