MEERUT:  सावन में इस बार कई शुभ संयोग बन रहे हैं। विद्वानों के मुताबिक तकरीबन 125 साल बाद बन रहे शुभ संकेत विशेष फलदायी हैं। 17 जुलाई को सूर्य प्रधान उत्तराषाढ़ा नक्षत्र से सावन माह की शुरुआत हो रही है। इस दिन वज्र और विष कुंभ योग भी बन रहा है। इस बार सावन में चार सोमवार होंगे। एक अगस्त को हरियाली अमावस्या पर पंच महायोग का संयोग बन रहा है।

मनवांछित फल की होगी प्राप्ति
बाबा औघड़नाथ मंदिर के पुजारी श्रीधर त्रिपाठी का कहना है कि पंच महायोग के संयोग में मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। इस बार सोमवार को नागपंचमी पांच अगस्त को मनाई जाएगी। बिल्वेश्वर नाथ मंदिर के पुजारी हरिशंकर जोशी ने बताया कि नागपंचमी के दिन चंद्र प्रधान हस्त नक्षत्र और त्रियोग का संयोग भी बन रहा है। सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग यानी त्रियोग के संयोग में काल सर्प दोष निवारण के लिए पूजा करना फलदायी होता है।

महत्वपूर्ण तारीखें

17 जुलाई - सावन माह का पहला दिन।

22 जुलाई - सावन का पहला सोमवार।

29 जुलाई - सावन का दूसरा सोमवार।

5 अगस्त - सावन का तीसरा सोमवार।

12 अगस्त - सावन का चौथा सोमवार।

15 अगस्त - सावन माह का अंतिम दिन।

ये है खास

नागपंचमी का शुभ पर्व भगवान शिव के विशेष दिन सोमवार को आ रहा है।

15 अगस्त को चंद्र प्रधान श्रवण नक्षत्र में स्वतंत्रता दिवस और रक्षाबंधन का संयोग

17 जुलाई को सूर्य प्रधान उत्तराषाढ़ा नक्षत्र से सावन माह की शुरुआत

इस बार पूरे 30 दिन का सावन है और इस दौरान 4 सोमवार आएंगे।

तीसरे सोमवार को त्रियोग का संयोग

श्रावण मास के ग्रह नक्षत्र संकेत दे रहे हैं कि इस बार खंड वर्षा होगी।

20 जुलाई को शुक्र ग्रह अस्त हो रहा है, जो 22 सितंबर तक रहेगा।

1 अगस्त को हरियाली अमावस्या पर पंच महायोग का संयोग बन रहा है। यह संयोग लगभग 125 साल बाद बन रहा है।