इसका मतलब यह नहीं है कि वुमेन ब्लड डोनेट करने नहीं पहुंचती हैं. मगर जब वे ब्लड डोनेट करने जाती हैं तो ज्यादातर लो हीमोग्लोबिन और एनीमिया जैसी प्रॉब्लम की वजह से डोनेट ही नहीं कर पाती हैं. ब्लड डोनेट करने वाले इंसान का वेट 45 किलोग्राम तक होना चाहिए. मगर इनमें से बहुत सी वुमेन का वेट इससे भी कम होता है. जिस वजह से वे ब्लड डोनेट नहीं कर पाती हैं.

18 साल से लेकर 60 साल की उम्र का कोई भी इंसान ब्लड डोनेट कर सकता है. मगर इसके लिए उसका वेट 45 किलोग्राम से अधिक होना चाहिए. ब्लड डोनेट करने वाले में 12 mdg हीमोग्लोबिन होना चाहिए जो ब्लड को लंग्स से बॉडी के दूसरे पार्ट्स में लेकर जाता है. मगर इंडिया में ज्यादातर वुमेन में हीमोग्लोबिन की मात्रा की कमी है.

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के अनुसार इंडिया में ब्लड डोनेशन को लेकर पिछले कुछ समय में बहुत जागरुकता आई है. यह फर्क 2006 से लेकर 2007 में एक साल में सबसे ज्यादा आया था. 2006 में जहां 3.6 मिलियन लोगों ने ब्लड डोनेट किया वहीं 2007 में 4.6 मिलियन लोगों ने ब्लड डोनेट किया. आंकड़ों के मुताबिक इंडिया में हर साल 8 से 10 मिलियन ब्लड डोनेशन की जरूरत पड़ती है.

यहां तक कि स्कूल और कॉलेज जाने वाली लड़कियों में भी हीमोग्लोबिन की कमी होती है. स्कूल और कॉलेज में लगे ब्लड डोनेशन में जब कोई लड़की ब्लड डोनेट करने आती हैं तो उनमें से 25 परसेंट ही ब्लड डोनेट कर पाती हैं.

National News inextlive from India News Desk