-दशहरा खराब, अब दिवाली फीकी होने की चिंता

-महीने के तीन से चार तारीख तक वेतन पाने वाले बिजली एंप्लाइज को अब तक नहीं मिला वेतन

-अब दिवाली की तैयारी के लिए कर्ज लेने की आई नौबत

-विभिन्न संगठनों ने पावर कारपोरेशन के एमडी को पत्र भेजकर वेतन जारी करने की मांग

GORAKHPUR: टारगेट अचीव करने के चक्कर में गोरखपुर के करीब क्भ् सौ बिजली कर्मचारियों की सैलेरी फंस गई हैं। इससे दशहरा का त्योहार तो फीका रहा ही, दिवाली भी फीकी रहने की आशंका है। सोमवार तक क्भ्00 अभियंताओं व एंप्लाइज को वेतन नहीं मिल सका है। इसको लेकर विभिन्न कर्मचारी व अभियंता संगठनों ने पावर कारपोरेशन के एमडी को पत्र लिखकर दिवाली से पहले वेतन पेमेंट कराने की मांग की है।

वेतन रोकने की मेन वजह

एंप्लाइज के वेतन रोकने की दो वजह है। पहला, एंप्लाइज संगठन का कहना है कि पूर्वाचल निगम के एमडी का खाता ईपीएफओं द्वारा सीज किए जाने से वेतन के बजट का आवंटन नहीं हो पा रहा है। दूसरा, निगम ने महीने भर की बिजली सप्लाई का एडवांस पेमेंट कर दिया है। ऐसे में वेतन के लिए बजट उपलब्ध नहीं है। कंज्यूमर्स के करोड़ों रुपए के बकाए की वसूली नहीं हो पाने से कारपोरेशन की स्थिति बिगड़ने लगी है। शहरी एरियाज से राजस्व नहीं मिल रहा है। गोरखपुर जोन में ही करीब दो लाख बकाएदारों पर करीब ख्ब्00 करोड़ का बकाया है। प्रत्येक सप्ताह होने वाली वीडियो कांफ्रेंसिंग में ऊर्जा मंत्री व चैयरमैन की फटकार अभियंताओं को सुननी पड़ती है।

यह कहना है बिजली निगम के एंप्लाइज का

विद्युत कर्मचारी मोर्चा संगठन के नेता विकास श्रीवास्तव व अजय सिंह का कहना है कि लखनऊ में तैनात अभियंताओं व कर्मचारियों को सितंबर का वेतन निर्धारित समय पर मिल गया। पूर्वाचल वितरण निगम के कर्मचारियों के साथ पावर कारपोरेशन प्रबंधन सौतेला व्यवहार कर रहा है। संगठन के केंद्रीय नेतृत्व ने एमडी को कर्मचारियों की समस्या से अवगत कराया है। जूनियर इंजीनियर संगठन के क्षेत्रीय सचिव पुनीत निगम ने बताया कि केंद्रीय नेतृत्व में अध्यक्ष व एमडी को पत्रक देकर सभी अभियंताओं को वेतन जल्द देने की मांग की है।

कोट

जोन के कर्मचारियों व अभियंताओं को सितंबर का वेतन अब तक नहीं मिला है। उम्मीद है ख्भ् तारीख से पहले बजट जारी हो जाएगा। ताकि दिवाली का त्योहार अच्छे से कर्मचारी व अभियंता मना सकें।

ई। देवेंद्र सिंह, चीफ इंजीनियर, गोरखपुर जोन