RANCHI: कोरोनावायरस की रफ्तार धीमी पड़ रही थी। लोगों को उम्मीद थी कि अब कोरोना मरीजों की संख्या कम होगी और खत्म भी हो जाएगा। लेकिन लोगों की उम्मीदों पर पानी फिर गया। आज स्थिति यह हो गई है कि हर दिन कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं। इसकी तेजी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 17 दिनों में 158 माइग्रेंट कोरोना पॉजिटिव निकले हैं। इसके बाद झारखंड में कोरोना मरीजों की संख्या 300 के पार पहुंच गई है। वहीं, जिस रफ्तार से मरीजों के आने का सिलसिला चल रहा है उससे संख्या अभी और तेजी से बढ़ेगी। बताते चलें कि 42 लैब में मरीजों के सैंपल टेस्ट किए जाने से टेस्ट की रफ्तार भी बढ़ गई है।

राहत के बाद बढ़े मरीज

रांची में गुरुवार तक 105 मरीज थे। इसमें से 91 लोगों को ठीक होने के बाद छुट्टी कर दी गई थी। इसके बाद 12 एक्टिव केस बचे थे। वहीं, नया केस नहीं मिलने से थोड़ी राहत थी, लेकिन गुरुवार रात को अचानक से 7 नए केस सामने आ गए, जिससे कि पॉजिटिव मरीजों की संख्या 112 हो गई। जबकि एक्टिव केस 19 हो गए, जिनका इलाज रिम्स कोविड सेंटर में चल रहा है। दो बच्चों का भी इलाज कोविड सेंटर में चल रहा है। वहीं, 9 बच्चे रिकवर होकर घर लौट भी चुके हैं।

जांच की रफ्तार से बढ़े मरीज

1 मई के बाद से लोगों के झारखंड आने का सिलसिला शुरू हुआ, जिसके बाद 5 मई को माइग्रेंट के पॉजिटिव होने का मामला सामने आया। 5 मई के बाद से लगातार बाहर से आने वालों में कोरोना कन्फर्म होता गया और 17 दिनों में 158 माइग्रेंट कोरोना कैरियर पाए गए। चूंकि पिछले कुछ दिनों में कोविड टेस्ट में तेजी आई है। वहीं एक दिन में दो हजार से अधिक सैंपल टेस्ट किए जा रहे हैं। यही वजह है कि कोरोना पॉजिटिव भी ज्यादा सामने आ रहे हैं।

सभी डिस्ट्रक्ट हॉस्पिटल में ट्रूनैट मशीन

कोविड टेस्ट में तेजी लाने के लिए सभी सदर हॉस्पिटलों में ट्रूनैट मशीन लगाई जा रही है, जिससे कि एक घंटे में 2 लोगों का टेस्ट किया जा सकता है। इस वजह से भी कोविड टेस्ट की रफ्तार बढ़ी है। इसके अलावा रिम्स, एमजीएम, पीएमसीएच और इटकी में भी सैंपल टेस्ट की रफ्तार बढ़ा दी गई है, ताकि पेंडिंग पड़े सैंपल को जल्द टेस्ट किया जा सके।