Jamshedpur: सोनारी एयरपोर्ट से छोटी विमान सेवा शुरू करने और धालभूमगढ़ एयरपोर्ट को ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने के लिए रविवार को डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए), एयरपोर्ट अथारिटी ऑफ इंडिया के साथ ही एयर डेक्कन की टीम ने सोनारी और धालभूमगढ़ एयरपोर्ट का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान ही एयर डेक्कन की 18 सीटर प्लेन की लैंडिंग करा कर भी देखा गया।

 

टेक्नो फिजिबिलिटी रिपोर्ट के बाद निर्णय

डीसी अमित कुमार ने बताया कि सोनारी एयरपोर्ट के निरीक्षण के बाद यहां 18 सीटर विमान सेवा शुरू करने के लिए एयरपोर्ट अथारिटी ऑफ इंडिया को टेक्नो फिजिबिलिटी रिपोर्ट 10 दिनों में तैयार करने का निर्देश दिया गया। निरीक्षण के बाद जो छोटी-मोटी बाधाएं सामने आई हैं, उनको जल्द से जल्द दूर करने की सहमति बनी। बड़े ही सकारात्मक व उत्साहजनक माहौल में धालभूमगढ़ एयरपोर्ट को ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने पर चर्चा हुई। 18 सीटर प्लेन की सफल लैंडिंग हुई।

 

डिफेंस मिनिस्ट्री से भी एनओसी

एक सवाल के जवाब में जमीन को लेकर सेना की आपत्ति को जिला प्रशासन पहले ही अपनी रिपोर्ट में खारिज कर दिया है। 1964 के खतियान के अनुसार जमीन सरकारी है। यह रिपोर्ट राजस्व विभाग को सौंपी गई है। रिपोर्ट के आधार पर सरकार से रक्षा मंत्रालय से सैद्धांतिक अनापत्ति लेने का आग्रह किया गया है।

 

एक माह में विमान सेवा शुरू होने की उम्मीद

सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि सोनारी एयरपोर्ट से एक माह में 18 सीटर विमान सेवा शुरू होने की उम्मीद है। बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि जो व्यवस्था है उसी में छोटी विमान सेवा शुरू की जाए, बाद में रनवे का विस्तार करने की प्रक्रिया शुरू होगी।

 

रनवे 400 मीटर बढ़ाने की जरूरत

एयर डेक्कन के प्रेसिडेंट कैप्टन के वल्सराज ने कहा कि हमारी नौ सदस्यीय टीम भी आई है। सारी जांच पड़ताल के बाद ये बात सामने आई है कि एयरपोर्ट के कदमा छोर पर स्थित कुछ पोल और भवन लैंडिंग में परेशानी उत्पन्न कर रहे हैं। साथ ही रनवे को कम से कम 400 मीटर बढ़ाने की जरूरत है।