पुलिस-प्रशासन ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर ऐसे लोगो को किया चिह्नित

138 पोलिंग स्टेशन अतिसंवेदनशील घोषित, संगीनों के साए में होगा मतदान

Meerut. मेरठ में 180 असामाजिक व्यक्तियों को पुलिस-प्रशासन ने चिह्नित किया है, जिन पर लोकसभा चुनाव-2019 के दौरान बूथ कैप्चरिंग, नस्लीय तनाव-आपसी तनाव और राजनैतिक विरोध पैदा करने की आशंका है. निर्वाचन आयोग के निर्देश पर ऐसे सभी व्यक्तियों को नजरबंद किया गया है तो वहीं अराजक तत्वों की हर गतिविधि पर पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों की नजर है. मेरठ में कई पोलिंग स्टेशन भी ऐसे हैं, जहां मतदान के दौरान बूथ कैप्चरिंग, हिंसा भड़कने की आशंका है. इसलिए इन पोलिंग स्टेशनों को अतिसंवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है.

असमाजिक तत्वों की धरपकड़

जिला निर्वाचन अधिकारी अनिल ढींगरा ने बताया कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर असमाजिक तत्वों की धरपकड़ के लिए फुलप्रूफ प्लानिंग पुलिस -प्रशासनिक अधिकारियों ने कर ली है. ऐसे व्यक्तियों को नजरबंद किया जा रहा है. कुछ को जिला बदर भी किया गया है. 180 ऐसे व्यक्ति चिह्नित किए गए हैं, जिन पर मतदान प्रक्रिया के दौरान कड़ी नजर रखी जाएगी.

सर्वाधिक अति संवेदनशील

आम लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया को निष्पक्ष, पारदर्शी और सुगमता से संपन्न कराने के लिए भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर जनपद में असमाजिक तत्वों की धरपकड़ का अभियान तेज कर दिया गया है. इसी क्रम में 180 ऐसे व्यक्तियों को भी चिह्नित किया गया है जो पूर्व में मतदान प्रक्रिया को प्रभावित कर चुके हैं. सर्वाधिक असामाजिक तत्व सरधना विधानसभा क्षेत्र में हैं, यहां 43 व्यक्तियों को ऐसी सूची में डाला गया है. वहीं मेरठ और किठौर विधानसभा क्षेत्र असामाजिक तत्वों की संख्या बेहद कम है. यहां 4-4 लोगों को इस लिस्ट में रखा गया है.

एक नजर में..

विधानसभा अतिसंवेदनशील केंद्र एंटी सोशल एलीमेंट

सिवालखास 10 39

सरधना 5 43

हस्तिनापुर 32 22

किठौर 19 4

मेरठ कैंट 22 33

मेरठ शहर 36 4

मेरठ साउथ 14 35

कुल 138 180

1198-मेरठ में कुल पोलिंग स्टेशन

2739-मेरठ में कुल पोलिंग बूथ

323-मेरठ में संवेदनशील पोलिंग स्टेशन

237-मेरठ में कुल संवेदनशील पोलिंग सेंटर

304-पोलिंग बूथों की होगी वेबकॉस्टिंग

318-माइक्रो आब्जर्वर तैनात

226-वीडियो कैमरे रखेंगे निगरानी

5 बूथ ऐसे भी..

जिला प्रशासन ने जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में 5 ऐसे बूथ भी चिह्नित किए हैं, जिनमें गत चुनाव में 90 प्रतिशत से ज्यादा मतदान किया गया था और चुनाव में खड़े 1 प्रत्याशी को बूथ से 75 प्रतिशत से अधिक वोट मिले थे. इन पोलिंग बूथ पर बूथ कैप्चरिंग की आशंका के मद्देनजर फुलप्रूफ सिक्योरिटी का प्लान तैयार किया गया है. ऐसे दो-दो बूथ सिवालखास और सरधना विधानसभा में हैं जबकि 1 पोलिंग बूथ मेरठ शहर विधानसभा में है.