PATNA: एसटीएफ को दिनेश मुनि के एनकाउंटर के बाद तलाशी में उसके ठिकाने से नाइन एमएम की दो कार्बाइन, 12 बोर डीबीबीआइ की एक रेगुलर बंदूक, नाइन एमएम की आठ और 12 बोर की 14 गोलियां बरामद की गई हैं। मौके पर देशी शराब भी मिली है.कुख्यात दिनेश मुनि खगडि़या जिले के पसराहा थाना क्षेत्र स्थित तेहाय का निवासी था। कई थानों में 10 मामलों के आरोपी दिनेश मुनि पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित था। वह नेपाल और भारत में छिपकर पुलिस को लगातार गच्चा दे रहा था। वर्ष 2018 में भी पुलिस पर फाय¨रग कर भाग गया था। जिसमें थाना इंचार्ज आशीष कुमार सिंह शहीद हो गए थे। तब से एसटीएफ लगातार दिनेश मुनि की गिरफ्तारी के प्रयास में थी। प्रेस कांफ्रेंस में नवगछिया एसपी निधि रानी ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान अंधेरे का फायदा उठाकर कुछ अपराधी भागने में सफल रहे।

पिछले वर्ष पकड़ा गया था एक गुर्गा

पिछले साल 8 जून को एसटीएफ के तत्कालीन आइजी सुशील मानसिंह खोपड़े की टीम ने नाथनगर के राघोपुर में छापेमारी की थी। यहां से दिनेश मुनि के खास गुर्गे अशोक मंडल को गिरफ्तार किया गया था। अशोक भी दारोगा मुठभेड़ मामले का आरोपित है। 2009 बैच के दारोगा आशीष मूलरूप से सहरसा जिले के सरोजा गांव के रहने वाले थे। उनके पिता भी दारोगा थे। उनकी ननिहाल खगडि़या जिले के लालपुर गांव में थी। उन्होंने पसराहा में 4 सितंबर 2017 को योगदान दिया था।

घंटेभर चली मुठभेड़

एसटीएफ की सूचना पर नवगछिया एसपी निधि रानी ने एसडीपीओ प्रवेंद्र भारती व भवानीपुर थानेदार को जानकारी दी। पुलिस व एसटीएफ ने मिलकर दिनेश मुनि के ठिकाने की घेराबंदी की। भनक लगते ही अपराधियों ने फाय¨रग शुरू कर दी।

दिनेश मुनि गिरोह के साथ किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए जुटा था। एसटीएफ की टीम ने घेराबंदी की, लेकिन अपराधियों ने फाय¨रग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में दिनेश मारा गया।

-सुजीत कुमार, डीआइजी, भागलपुर