विरोध के बाद बनाई योजना

एक अर्से बाद एडीए बोर्ड ने पथकर में जबरदस्त इजाफ कर दिया था। इसके तहत ताजमहल की टिकट्स पर इंडियन टूरिस्ट्स के लिए 40 और फॉरनर के लिए 250 रुपए बढ़ा दिए गए थे। इसके पीछे अधिकारियों का तर्क था कि इस पैसे से लिंक रोड बनवाई जाएगी। पथकर बढऩे की घोषणा के साथ-साथ ही, इसका चौतरफा विरोध भी शुरू हो गया था। इस पर अधिकारियों ने बढ़े हुए पथकर के एवज में टूरिस्ट्स को मिनरल वाटर और शूवर देने का मन बना लिया था।

सचिव के कहने बनी योजना

एडीए सचिव रविंद्र के कहने पर, टूरिस्ट्स को शू कवर और मिनरल वाटर पानी देना तय हो गया। सचिव के कहने पर प्रस्ताव को मिनट्स में तो, नोट कर दिया गया। ट्यूजडे को इसमें अमेनमेंट करके नई कॉपी तैयार कर दी गई।  

नफा-नुकसान का लगाया गणित

वेडनसडे को जब इसकी फाइनल कॉपी वीसी के पास पहुंची तो अधिकारी असमंजस में पड़ गए। वीसी लाल बिहारी ने तुरंत फाइनेंस सहित अन्य अधिकारियों को इसकी समीक्षा करने के निर्देश दिए कि इंडियन टूरिस्ट को मिनरल वाटर और शूवर देने पर डिपार्टमेंट पर कितना बोझ पड़ेगा। इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि एक जोड़ी शूवर और मिनरल वाटर का खर्चा 20 रुपए होगा।

मैनपॉवर का ज्यादा होगा यूज

एडीए के एक अधिकारी ने बताया कि अगर इंडियन्स को भी सुविधा शुरू हो गई तो, इसके लिए एक्स्ट्रा स्टाफ की जरूरत पड़ेगी, टिकट के अलावा पानी की मिनरल वाटर देने के लिए एक्स्ट्रा लाइन लगानी होगी।

आधिकारिक सूत्र ने बताया कि इंडियन टूरिस्ट को दोनों सुविधाएं देने पर सहमति बनना बहुत मुश्किल है। उन्होंने बताया कि पूरे साल में फॉरनर का आंकड़ा छह लाख पहुंचता है। लेकिन इंडियन टूरिस्ट कई लाखों में आते हैं। इसके अलावा, प्रेजेंट टाइम में भी फॉरेनर्स को टिकट के साथ शू कवर दिया ही जा रहा है। ऐसे में इंडियंस को सुविधा देना डिपार्टमेंट्स के लिए टेड़ी खीर बन जाएगा।

By- Neeraj Sharma