-रिम्स के आइसोलेशन वार्ड में मरीज के साथ नर्से भी परेशान

-ब्लड सैंपल भी कलेक्ट करने नहीं आते हैं टेक्निशियन

RANCHI : रिम्स के आइसोलेशन वार्ड की स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां ख्0 मरीजों की देखभाल के लिए केवल एक नर्स को तैनात किया गया है। इतना ही नहीं वार्ड में ब्लड सैंपल करने का काम भी वही नर्स ही करती हैं। ऐसे में मरीजों की प्रॉपर देखभाल नहीं हो पा रही है। इसकी शिकायत प्रबंधन से की गई है, इसके बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

वार्ड में नहीं आते लैब टेक्निशियन

बताया जाता है कि आइसोलेशन वार्ड में क्रिटिकल केस को छोड़कर बाकी मरीजों के ब्लड सैंपल लेने का काम लैब टेक्निशियन का है। लेकिन ये लोग कभी भी आइसोलेशन वार्ड में आकर सैंपल कलेक्ट नहीं करते हैं। इस वजह से मरीजों को परेशानी होती है। वार्ड में इनके नहीं आने की स्थिति में सैंपल कलेक्ट करने का काम भी नर्स ही करती हैं। फिलहाल आइसोलेशन वार्ड में अलग-अलग बीमारियों के मरीजों को भर्ती किया गया है। वार्डो में जगह नहीं होने की स्थिति में उन्हें यहां शिफ्ट किया गया है। इस वजह से भी नर्सो की परेशानी बढ़ गई है।

नर्सो पर एक्स्ट्रा लोड

आइसोलेशन वार्ड में एक नर्स के होने की वजह से उस पर एक्स्ट्रा लोड बढ़ गया है। नर्स को मरीजों को टाइम पर दवा देनी तो पड़ती ही है, साथ ही समय-समय पर मरीजों की रिपोर्ट भी डॉक्टर को बतानी पड़ती है। इसके अलावा मरीजों का ब्लड सैंपल कलेक्ट करने का काम भी उन्हें ही करना पड़ रहा है। ऐसे में कई बार वह मरीजों को टाइम भी नहीं दे पाती हैं। नर्सिग इंचार्ज रामरेखा राय ने बताया कि प्रबंधन को इस समस्या से अवगत करा दिया गया है, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा।

इसकी जानकारी अबतक मुझे नहीं मिली है। अगर ऐसी समस्या है तो मुझे लिखित शिकायत करें, इसका समाधान किया जाएगा।

डॉ। एस हैदर, डायरेक्टर, रिम्स