RANCHI: रिम्स के कई विभागों में काम ठप हो सकता है। आउटसोर्सिग पर काम करने वाले 200 स्टाफ्स हड़ताल पर जाने का मन बना रहे हैं। चूंकि छह महीने से उन्हें पेमेंट ही नहीं मिल पाया है। ऐसे में उनके सामने भूखे मरने वाली स्थिति हो गई है। इसे लेकर स्टाफ्स ने डिप्टी सुपरिंटेंडेंट डॉ। संजय कुमार को एक आवेदन भी दिया है, जिसमें स्टाफ्स ने पेमेंट कराने की मांग की है। लेकिन पेमेंट को लेकर कोई पहल नहीं किए जाने से स्टाफ आक्रोशित है।

पेमेंट में हो रही देरी

हॉस्पिटल की व्यवस्था को दुरुस्त करने को लेकर प्रबंधन ने आउटसोर्स पर एजेंसियों को हायर किया था, जहां एजेंसियों ने हॉस्पिटल के अलग-अलग विभागों में स्टाफ दिए थे। पहले तो एजेंसी ने स्टाफ को टाइम से पेमेंट दिया। लेकिन समय बीतने के साथ ही एजेंसी ने पेमेंट में देरी शुरू कर दी। आज स्थिति यह है कि छह महीने बीत जाने के बाद भी उन्हें एक रुपए भुगतान नहीं किया गया है।

ओटी असिस्टेंट से क्लर्क तक आउटसोर्स पर

वार्डो में टेक्निशियन से लेकर फोर्थ ग्रेड स्टाफ है। इसके अलावा ऑपरेशन थिएटर असिस्टेंट, एक्सरे टेक्निशियन के साथ ऑफिस में काम करने वाले क्लर्क भी एजेंसी के है। अगर ये लोग हड़ताल पर चले जाते है तो हॉस्पिटल की आधी व्यवस्था ठप हो जाएगी। वहीं आयुष्मान मित्र से लेकर रजिस्ट्रेशन काउंटर के स्टाफ भी आउटसोर्स एजेंसी के है।

सिक्योरिटी गा‌र्ड्स भी पेमेंट नहीं मिलने से परेशान

सिक्योरिटी में तैनात गा‌र्ड्स को भी कई महीनों से पेमेंट नहीं मिला है। इस चक्कर में गा‌र्ड्स के सामने भी भूखे मरने वाली स्थिति आ गई है। वहीं त्योहारी सीजन शुरू होने के बाद उनकी परेशानी और बढ़ गई है। इसके बाद भी प्रबंधन पेमेंट को लेकर कोई पहल नहीं कर रहा है।