नई दिल्ली (एएनआई)। देश में आज का दिन पूर्व सैनिक दिवस यानी कि वेटरन्स डे के रूप में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवाने ने कहा कि पिछला वर्ष 2020 हमारे देश और सेना के लिए बहुत चुनौतीपूर्ण रहा। हालांकि इस बीच सशस्त्र बलों ने बड़ी कुशलता से उत्तरी सीमाओं पर बहादुरी से काम किया। सेना उत्तरी सीमा पर सुरक्षा में दृढ़ता से डटी रही और सा​थ ही कोविड महामारी का सामना सक्षम रूप से करती रही। सेना प्रमुख बताया कि 1971 के बांग्लादेश मुक्ति युद्ध की जीत के लिए 2021 को 'स्वर्ण विजय वर्ष' के रूप में मनाया जाएगा।


'स्वर्ण विजय वर्ष' मनाए जाने का फैसला लिया गया
सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवाने ने इस दौरान 1971 युद्ध में जीत को भी याद किया। उन्होंने कहा कि हमारे कुछ दिग्गजों ने निराशा व्यक्त की है कि 1971 के युद्ध के 50 साल के जश्न को महत्व नहीं दिया जा रहा है। इसलिए 1971 की युद्ध जीत को चिह्नित करने के लिए 'स्वर्ण विजय वर्ष' मनाए जाने का फैसला लिया गया। इतना ही नहीं 1971 के युद्ध के वीरता पुरस्कार विजेताओं के गांव और उन स्थानों पर जहां से वे विजयी हुए थे, राष्ट्रीय स्तर के स्मारक पर एक छोटा स्मारक बनाया जाएगा।
सेना हमेशा दिग्गजों के कल्याण के लिए काम करेगी
इसके साथ ही कहा कि भारतीय सेना हमेशा दिग्गजों के कल्याण के लिए काम करती रहेगी। सेना से सेवानिवृत्ति के बाद, सभी दिग्गज देश और समाज की प्रगति के लिए विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे हैं। सेना के एक राजदूत होने के नाते वे एक सच्चे देशभक्त और जिम्मेदार नागरिक के उदाहरण स्थापित कर रहे हैं। उनके द्वारा निर्धारित उच्च मानकों को युवा अपनाएंगे। वेटरन्स डे पर वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया और नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने भी संबोधित किया।

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