-24 हजार पेंशनर्स का कहीं भी पता नहीं

-जीवित प्रमाण पत्र वेरिफाइ न होने से आ रही दिक्कत

-सात हजार ऐसे पेंशनर्स है जिन्हें तीन साल और 9 हजार पेंशनर्स को दो साल से नहीं मिल पा रही पेंशन

-ईपीएफ डिपार्टमेंट ने सभी पेंशनर्स के बैंकों को लिखा पत्र

GORAKHPUR: पीएफ पेंशनर्स के लापता होने की सूचना से ईपीएफओ की मुश्किलें बढ़ गई है। आंकड़ों के अनुसार, पीएफ डिपार्टमेंट में करीब 24 हजार ऐसे पेंशनर्स हैं, जिनका पता नहीं चल पा रहा है। उनका जीवित प्रमाण पत्र वेरिफाई न होने से दिक्कत आ रही है। इसलिए पीएफ विभाग ने सभी पेंशनर्स के बैंकों को पत्र लिखकर उनसे पेंशनर्स की डिटेल मांगी है। इतना ही नहीं यदि उनकी जानकारी नहीं मिलती है तो सीपीओ दस्तावेज वापस करने का आदेश दिया है।

प्राइवेट कंपनी से रिटायर्ड कर्मचारी पेंशनर्स जिंदा है या उनकी मौत हो गई हैं। इसकी जानकारी पीएफ डिपार्टमेंट को नहीं मिल पा रही है। डिपार्टमेंट में करीब 24 हजार पेंशनर्स हैं, इसमें से 12 हजार पेंशनर्स का एक साल से डिजिटल प्रमाण पत्र नहीं मिला है। सात हजार ऐसे हैं जिनका तीन साल से और 9 हजार ऐसे हैं जिनका दो साल से जीवित प्रमाण पत्र विभाग को नहीं मिल सका।

वर्जन

ज्यादातर पेंशनर्स को पता नहीं चल पा रहा है कि वह जिंदा है या मर चुके हैं। इसलिए सभी पेंशनर्स के बैंकों को पत्र लिखकर उनकी डिटेल्स मांगी गई हैं। जिससे जीवित पेंशनर्स को उनका हक दिलाया जा सके।

मनीष मणि, क्षेत्रीय आयुक्त भविष्य निधि संगठन