- संडे सुबह काकोरी के कलियाखेड़ा में पुलिस से मुठभेड़

- दो अन्य साथी अरेस्ट, एक फरार

- लूटा गया कैश, लैपटॉप, बाइक, तमंचे और मोबाइल फोन बरामद

LUCKNOW :

सुपारी किलर शुभकरन उर्फ करन यादव संडे सुबह पुलिस एनकाउंटर में गोली लगने से घायल हो गया। काकोरी के कलियाखेड़ा में पुलिस से भिड़ंत के बाद बदमाश के दो साथी भी पुलिस के हत्थे चढ़ गये। वहीं एक साथी मौके का फायदा उठाते हुए फरार हो गया। पुलिस ने उसके पास से से लूट का माल और असलहे बरामद किए हैं।

दो बाइक से चार बदमाश थे

इंस्पेक्टर कृष्णानगर अंजनी पांडेय ने बताया कि रविवार की सुबह पुलिस को सूचना मिल कि 25 हजार रुपये का इनामी बदमाश मडि़यांव निवासी शुभकरन उर्फ करन यादव अपने साथियों के साथ काकोरी से कृष्णानगर की ओर आ रहा है। इस सूचना पर कृष्णानगर पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम काकोरी के कलियाखेड़ा पहुंची और पहले से घेराबंदी कर ली। इस बीच पुलिस को दो बाइक सवार चार संदिग्ध लोग आते दिखाई दिए। पुलिस ने जैसे ही उन लोगों को रोकने की कोशिश की बाइक सवार बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। पुलिस टीम ने भी जवाबी फायरिंग की। इस दौरान एक गोली इनामी बदमाश शुभकरन के दाहिने पैर में लगी और वह वहीं गिर गया। इस बीच बाइक सवार एक बदमाश मौके से भाग निकला, जबकि दो अन्य बदमाशों को पुलिस टीम ने घेर कर पकड़ा। इसके बाद पुलिस ने गोली लगने से घायल बदमाश को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया।

असलहे और लूट की रकम बरामद

पुलिस ने बदमाशों के पास से लूटे गये 23,500 रुपये, एक लैपटॉप, दो तमंचे, चार मोबाइल फोन और तीन कारतूस बरामद किए हैं। पूछताछ में बदमाशों ने अपना नाम वजीरगंज निवासी संजय शुक्ला, सीतापुर निवासी वीरेन्द्र और भागे हुए बदमाश का नाम ठाकुरगंज निवासी गुरप्रीत उर्फ रिंकल बताया। आरोपी गुरप्रीत मूल रूप से खीरी और संजय हरदोई जनपद का रहने वाला है।

प्रॉपर्टी डीलर हत्याकांड में था शामिल

इंस्पेक्टर कृष्णानगर अंजनी पांडेय ने बताया कि गोली लगने से घायल बदमाश शुभकरन उर्फ करन कृष्णानगर इलाके में वर्ष 2015 में चर्चित प्रॉपर्टी डीलर राजबहादुर सिंह हत्याकांड में शामिल था और उसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की गयी थी। तब से आरोपी शुभकरन फरार चल रहा था और पुलिस उसकी तलाश में लगी है।

कई वारदात कबूलीं

पकड़े गये बदमाशों ने 10 अप्रैल को बीकेटी इलाके में जनसुविधा केंद्र से रुपये लेकर जा रहे एक व्यक्ति से असलहे के बल पर 1.70 लाख रुपये और लैपटॉप लूटे थे। इसके अलावा वर्ष 2010 में सीतापुर में पड़ी डकैती में शामिल थे। इसके अलावा आरोपियों ने वर्ष 2012 में नाका इलाके में एक कारोबारी से लूट की वारदात को भी अंजाम देने की बात कबूली है।

लंबा है अपराधिक इतिहास

पुलिस मुठभेड़ में पकड़े गये तीन बदमाशों का आपराधिक इतिहास की लंबी फेरिस्त है। घायल शुभकरन के खिलाफ कृष्णानगर में दो, सीतापुर में चार, काकोरी में दो और बीकेटी थाने में एक आपराधिक मामला दर्ज है। वहीं पकड़े गये बदमाश संजय के खिलाफ सीतापुर में चार, नाका में तीन, काकोरी में एक और बीकेटी थाने में एक मामला दर्ज है। इसके अलावा बदमाश वीरेन्द्र के खिलाफ काकोरी में दो और बीकेटी थाने में एक आपराधिक मामला दर्ज है।

भाड़े पर हत्या करते थे शातिर

एसपी पूर्वी ने बताया कि पकड़े गये बदमाश पेशेवर अपराधी है। यह लोग लूट के अलावा भाड़े पर हत्या करने का भी काम करते हैं। बदमाश शुभकरन ने प्रापर्टी डीलर राजबहादुर सिंह की हत्या सुपारी लेकर की थी। बरामद की गई अपाचे बाइक चोरी या लूट की हो सकती है। बाइक पर कोई नंबर नहीं है। इसलिए पुलिस बाइक के इंजन व चेचिस नंबर की मदद से बाइक के मालिक के बारे में पता लगा रही है।

नए फोन और नए सिम का करता था यूज

इंस्पेक्टर अंजनी पांडेय ने बताया कि शुभकरन भाड़े पर हत्या करता है और वह शातिर शूटर है। हत्या और लूट की वारदात के दौरान वह हर बार नया फोन और नया सिम कार्ड का यूज करता था ताकि पुलिस की पकड़ से दूर रह सके। उसके पकड़े जाने पर शहर में हुई कई घटनाओं का और भी खुलासा हो सकता है। नाका में हुई वारदात में सीसीटीवी फुटेज से उसकी पहचान कराई जा रही है।

यह पुलिसकर्मी रहे शामिल

इंस्पेक्टर कृष्णानगर अंजनी पांडेय, इंस्पेक्टर अजय कुमार त्रिपाठी, एसएसआई अमरनाथ यादव, सर्विलांस सेल प्रभारी अंबर सिंह, दारोगा भरत कुमार पाठक, सिपाही सुनील राय, अनीश कुमार, प्रमोद पांडेय, प्रिंस कुमार, रामनिवास शुक्ला, वीर सिंह, सुदीप कटियार, धर्मेद्र तिवारी, देवेन्द्र प्रताप सिंह और सूरज सिंह शामिल रहे।