- बंदियों के बनाए मास्क यूज कर रहे पुलिस कर्मचारी

- सात साल से कम सजा वाले बंदियों को मिली राहत

GORAKHPUR: कोरोना का प्रभाव बढ़ने पर जेल के 27 बंदियों को पेरोल पर छह हफ्ते के लिए रिहा किया जाएगा। जेल प्रशासन ने इसकी तैयारी शुरू कर दी। सात साल या उससे कम सजा पाने वाले बंदियों की गणना में 27 का नाम सामने आया है। डीजी जेल के आदेश पर इनकी रिहाई हो सकेगी। डीजी ने अंडर ट्रायल बंदियों की लिस्ट भी मांगी है। कुछ बड़े मामलों के बंदियों को दूसरी जेलों में शिफ्ट किया जा सकता है।

सात साल से कम सजा वालों को राहत

कोरोना के कारण सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए देश की सभी जेलों में सात साल से कम की सजा पाए कैदियों को पेरोल पर छह हफ्ते के लिए रिहा कराने का आदेश दिया। डीजी जेल आनंद कुमार ने सभी जेलों के ऐसे बंदियों के बारे में जानकारी मांगी। सोमवार की देर रात गोरखपुर मंडलीय कारागार के बंदियों की लिस्ट भी शासन को भेजी गई। जेल में कुल 27 बंदी ऐसे मिले जिनकी रिहाई हो सकती है।

बंदियों के मॉस्क पहन रहे पुलिस कर्मचारी

मंडलीय कारागार में बंदी कपड़े का मॉस्क बना रहे हैं। हरे हैंडलूम के कपड़े का इस्तेमाल मास्क बनाने में किया जा रहा है। बंदियों के हाथ से बने मॉस्क पुलिस कर्मचारियों को मुहैया कराए गए हैं। ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मचारी बंदियों के मास्क पहन रहे हैं। मंगलवार को एसपी सिटी सहित तमाम पुलिसकर्मी मास्क पहने दिखे। पांच दिनों से जेल में मास्क तैयार किया जा रहा है। मंगलवार की शाम तक करीब चार हजार मास्क बने थे। जेल के अधिकारी, कर्मचारी भी उसी मास्क का इस्तेमाल कर रहे हैं।