अमेठी/लखनऊ (पीटीआई)। लखनऊ पुलिस ने कहा कि महिला ने कांग्रेस नेता अनूप पटेल के उकसावे में आकर खुद को आग के हवाले किया है। यह एक आपराधिक मामला है। कांग्रेस नेता और तीन अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। इस बीच बीएसपी और एसपी ने इस मामले को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार पर हमला बोला है। उनका कहना था कि घटना को गंभीरता से लेना चाहिए था। जो भी अधिकारी इस मामले में दोषी हो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।

महिला 90 फीसदी तक जली, बेटी की हालत स्थिर

लखनऊ सिविल हाॅस्पिटल अथाॅरिटी के मुताबिक, महिला 90 प्रतिशत जल गई है और उसे लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है। उसकी बेटी की हालत स्थिर बनी हुई है। अमेठी के जमो थाने के प्रभारी एसएचओ सहित तीन पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। अमेठी के एसपी ख्याति गर्ग ने कहा कि एएसपी इस मामले की जांच कर रहे हैं। रिपोर्ट आने के बाद एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि साफिया और उनकी बेटी गुड़िया के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।

नाले को लेकर पड़ोसी के साथ चल रहा था विवाद

गर्ग और अमेठी जिला मजिस्ट्रेट अरुण कुमार ने कहा कि साफिया (55) का उसके पड़ोसी से नाले को लेकर विवाद चल रहा था। दोनों में इसे लेकर पहले भी झगड़े हो चुके थे। पुलिस ने बताया कि शुक्रवार की शाम साफिया और उनकी बेटी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दफ्तर के बाहर खुद को आग लगा ली थी। मौके पर तैनात पुलिसकर्मी तुरंत हरकत में आए और उनकी आग बुझाकर उन्हें बचाया। दोनों को सिविल अस्पताल पहुंचाया गया जहां उनका ईलाज चल रहा है।

घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर हुआ वायरल

घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। लखनऊ स्थित श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल हाॅस्पिटल के मेडिकल सुप्रींटेंडेंट डाॅ. आशुतोष दुबे ने कहा कि मां 90 प्रतिशत तक जल गई है। उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। उनकी बेटी 15 प्रतिशत तक जली है और उसकी हालत स्थिर बनी हुई है। मां को जीवन रक्षक उपकरणों के सहारे रखा गया है। राजधानी के पुलिस कमिशनर सुजीत पांडेय ने कहा कि पहली नजर में यह साजिश नजर आती है।

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