- सैन्य अधिकारी बनकर नौकरी दिलाने के नाम पर करते थे ठगी

- पुलिस ने वर्दी पहनकर घूम रहे शातिर दबोचे, फर्जी आइकार्ड भी बरामद

आगरा। युवाओं को सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले तीन शातिरों को पुलिस ने दबोचा है। फतेहाबाद क्षेत्र के रहने वाले तीनों शातिर राजस्थान में सैन्य अधिकारी बनकर घूम रहे थे। इनमें एक कर्नल की वर्दी पहने हुआ था। तीनों के पास से सेना के फर्जी आईकार्ड भी बरामद हुए हैं।

बसेड़ी की नादनपुर थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देकर आर्मी में नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले तीन लोगों को धर-दबोचा है। नादनपुर थाना पुलिस गश्त कर रही थी। इसी दौरान कुछ लोगों द्वारा आर्मी में नौकरी दिलाने के नाम पर क्षेत्र में ठगी करने की सूचना मिली। मुखबिर ने बताया था कि ठगी करने वाला गिरोह बसेड़ी की ओर जा रहा है। थाना प्रभारी लाखन सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने बसेड़ी की ओर जा रही एक कार को जोरिया तिराहे के पास रोका, लेकिन कार में बैठे आरोपियों ने कार नही रोकी तो पुलिस ने पीछा कर बाबरीपुरा गांव के पास धर-दबोचा।

कार में सवार एक व्यक्ति ने कर्नल की वर्दी भी पहन रखी थी, जिसकी पहचान संतोष शर्मा पुत्र रमाशंकर निवासी जाजपुर थाना फतेहाबाद आगरा के रूप में हुई। वहीं दूसरा व्यक्ति संजय पुत्र टीकम शर्मा निवासी घडीपाल थाना फतेहाबाद, तीसरा कल्याण उर्फ कालीचरण पुत्र मेघसिंह निवासी विलयपुरा थाना निबोहरा आगरा था। गाड़ी में ड्राइविंग लाइसेंस, आरोपियों के आर्मी के पहचान पत्र, सिम कार्ड, न्यू आर्मी अकेडमी के पंपलेट, सेना के फोटोग्राफ्स, बुकलेट सहित बिना नम्बर की कार मौके से जब्त की गई। आरोपियों से पूछताछ करने पर तीनों आरोपियों का फर्जी होना पाया गया, पुलिस मामले की तह तक जांच में जुट गई है।

ऐसे करते थे ठगी

सेना की उच्चाधिकारियों की वर्दी पहनकर सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में भोले भाले लोगों से मोटी रकम लेकर अपनी एकेडमी में ट्रेनिंग देने के लिए ले जाते हैं। भर्ती कराने के एवज में तीन-तीन लाख रुपए लेकर एडमिशन कार्ड व ज्वाइनिंग लेटर देते हैं। लोगों पर प्रभाव जमाने के लिए सेना के उच्चाधिकारियों की वर्दी में फोटोग्राफ, फर्जी आइकार्ड व अन्य सामान अपने साथ रखते है।