- दून-दिल्ली हाईवे पर यूपी-उत्तराखंड के बॉर्डर एरिया में हुआ हादसा

- यूपी और देहरादून दोनों एरिया की पुलिस पहुंची मौके पर

- कई बार इन्फॉर्म करने के बाद भी नहीं पहुंची 108 एंबुलेंस

- दो घायलों को लाया गया दून हॉस्पिटल, बाकी सहारनपुर

देहरादून,

दून-दिल्ली हाईवे पर मोहंड के पास यूपी ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन की दो बसें आपस में टकरा गई। टक्कर के बाद एक बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खाई में पलट गई। एक्सीडेंट में 30 लोग घायल हो गए। इनमें से दो को दून हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है, जबकि बाकी घायलों को बिहारीगढ़ पुलिस सहारनपुर ले गई।

सड़क किनारे खाई में पलटी बस

यूपी ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन, छुटमलपुर डिपो की बस (यूपी 11 एटी 0113) दून से सहारनपुर के लिए चली थी। बस को ड्राइवर जौनी चला रहा था, जबकि कंडक्टर अमित कुमार बस में तैनात था। जैसे ही बस डाटकाली मंदिर से आगे मोहंड पहुंची, तभी सामने से दून आ रही छुटमलपुर डिपो की बस (यूपी 11 टी 9994) से उसकी आमने-सामने टक्कर हो गई। इस बस में ड्राइवर बल सिंह और कंडक्टर अमित कुमार थे। टक्कर लगने से दून से सहारनपुर जा रही बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खाई में पलट गई। दूसरी बस भी बुरी तरह डैमेज हो गई। दोनों बसों में सवार 30 लोग हादसे में घायल हो गए। एक्सीडेंट की सूचना पर क्लेमेंट टाउन पुलिस, एसडीआरएफ की टीम और बिहारी गढ़ पुलिस मौके पर पहुंची। खुड़बुड़ा मोहल्ला निवासी घायल मनोज और सुरेश को क्लेमेंट टाउन को पुलिस ने इलाज के लिए दून हॉस्पिटल पहुंचाया। वहीं बाकी घायलों को बिहारी गढ़ पुलिस सहारनपुर ले गई।

हादसे के बास हाईवे जाम

हादसे के बाद सड़क पर जाम लग गया। पुलिस टीम ने किसी तरह दुर्घटनाग्रस्त बस को सड़क से हटावाकर किनारे लगवाया। कड़ी मशक्कत के बाद जाम खुल पाया। छुटमलपुर डिपो के एआरएम प्रेम सिंह ने बताया कि घटना की रिपोर्ट दर्ज कराने और बसों के टेक्निकल इंस्पेक्शन कराने के निर्देश दे दिए गए हैं।

सूचना के बाद भी नहीं पहुंची 108

जिस स्थान पर दोनों बसें टकराईं, वह यूपी-उत्तराखंड की सीमा से लगा बिहारीगढ़ पुलिस थाने का एरिया है। घायलों का आरोप है कि इमरजेंसी एंबुलेस सेवा 108 को कई बार हादसे की सूचना देने के बाद भी एंबुलेंस घायलों को लेने मौके पर नहीं पहुंची। दून हॉस्पिटल में भर्ती किए गए दो घायलों को एक घंटे तक एंबुलेंस न पहुंचने के कारण बस और विक्रम की मदद से हॉस्पिटल पहुंचाया गया।

ओवरलोडेड थी बस

घायल 42 वर्षीय सुरेश के अनुसार बस ड्राइवर रैश ड्राइविंग कर रहा था। बस में क्षमता से ज्यादा सवारियां थीं। टक्कर इतनी भीषण थी कि उनकी बस ने दो से तीन पलटी मारी और फिर खाई की तरह पेड़ पर अटक गई। वहीं, दूसरे घायल 30 वर्षीय मनोज का कहना है कि बस ड्राइवर को कई बार रफ्तार कम करने के लिए कहा गया, लेकिन उसने रफ्तार कम नहीं की। ड्राइवर की लापरवाही के कारण ही हादसा हुआ।

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दोंनो को हल्की चोटें आई हैं हालांकि दोनों को 48 घंटे के लिए ऑब्जर्वेशन में रखा जाएगा।

- डॉ केके टम्टा, एमएस दून हास्पिटल