पटना (ब्यूरो)। बिहार लोक सेवा आयोग के निर्वतमान सदस्य रामकिशोर सिंह की परेशानी अभी और बढ़ने वाली है। विजिलेंस ब्यूरो उनकी वॉयस रिकार्डिंग के आधार पर इस रैकेट में शामिल अन्य धंधेबाजों तक पहुंचने की कोशिश में जुट गई है। विजिलेंस ब्यूरो के सूत्रों ने बताया कि रामकिशोर सिंह पर प्राथमिकी दर्ज करने के बाद ब्यूरो ने इस मामले की तह तक पहुंचने की कवायद शुरू कर दी है। जांच में कई पहलुओं को देखा जा रहा है। ब्यूरो की टीम इस बीच बिहार लोक सेवा आयोग भी जाएगी और वहां वर्तमान में लागू परीक्षा प्रणाली के साथ ही पूर्व की पद्धति के बारे में भी जानकारी लेगी। इस संबंध में बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष से जानकारी हासिल करने के प्रयास होंगे।

आखिर कितने लोग शामिल

ब्यूरो यह जानकारी हासिल लेने की कोशिश कर रहा है रामकिशोर के सहयोगी परमेश्वर राय के अलावा परीक्षा में अंक बढ़ाने के गोरख धंधे में कोई और तो शामिल नहीं। जांच के क्रम में विजिलेंस ब्यूरो सिंह के परिजनों से भी पूछताछ कर सकती है ऐसी संभावना है। विजिलेंस फॉरेंसिक लैब से वापस आई वॉयस रिकार्डिंग का भी अध्ययन कर रही है। जिससे यह पता लगाया जा सके कि बातचीत के दौरान रामकिशोर सिंह ने कोई ऐसे संकेत तो नहीं दिए हैं जिससे कुछ और बात सामने आ सके। बहरहाल विजिलेंस जिस रफ्तार से मामले की तह तक पहुंचने की कोशिश में है उसने यह जता दिया है कि आने वाले दिनों में निर्वतमान सदस्य रामकिशोर सिंह की मुश्किलें और बढ़ने ही वाली हैं।

राम किशोर सिंह दे चुके हैं इस्तीफा

बता दें कि बिहार लोक सेवा आयोग के निवर्तमान सदस्य रामकिशोर सिंह पर आयोग की 58वीं और 59वीं परीक्षा में साक्षात्कार में नंबर बढ़ाने के लिए तीस लाख रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में निगरानी ब्यूरो ने मुकदमा किया है। जिसके बाद रामकिशोर सिंह ने अपने पद से इस्तीफा कर दिया है। हालांकि उनका इस्तीफा अब तक स्वीकार नहीं किया गया है।

जाति विशेष के लोग मुझे फंसा रहे

बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा में अंक बढ़ाने के नाम पर तीस लाख रिश्वत प्रकरण में आयोग के सदस्य रहे रामकिशोर सिंह ने आरोप लगाया है कि एक जाति विशेष के लोग साजिश कर उन्हें फंसा रहे हैं। उनकी ही जाति के कुछ लोग हैं जो उनके आयोग में योगदान के बाद से नाराज चल रहे थे। क्योंकि जब से उन्होंने आयोग में योगदान किया यहां के तमाम छेद बंद कर दिए थे। उन्होंने कहा मैं चेयरमैन नहीं 'चहढ़मैन'  था। जिन्हें मुझसे परेशानी हुई वे साजिश रचकर अब फंसा रहे हैं। उन्होंने कहा जिस लड़के के आरोप पर इतनी बड़ी कार्रवाई की जा रही है वह परीक्षार्थी भी नहीं था। मीडिया को इस बात की पुष्टि के लिए आयोग के अध्यक्ष शिशिर सिन्हा से भी बात करनी चाहिए।

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बिहार को किया जा रहा है बदनाम

राम किशोर ने कहा कि उन्हें फंसाने की कोशिश में कुछ लोग बिहार को बदनाम करने में जुटे हुए हैं। बिहार लोक सेवा आयोग बढिय़ा संस्था है उसमें तमाम काम पारदर्शिता के साथ होते हैं। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि आयोग से इस्तीफा नहीं देते तो क्या करते। चुनाव का मौसम है। सब लोग चुनाव में व्यस्त हो रहे हैं तो ऐसे में क्या वे आयोग में ही बैठे रहते। छह महीने के बाद कहां जाते। हम तो मार्च में ही इस्तीफा देना चाहते थे। भाजपा-जदयू के सवाल पर रामकिशोर सिंह ने कहा कि जो उन्हें बुलाएगा वे उसके साथ जाएंगे।

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