क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ:लोकसभा चुनाव की आहट के साथ ही सिटी में नोट और शराब का बहना शुरू हो गया है. गुरुवार का दिन राजनीतिक दलों के लिए भारी रहा. पुलिस ने एक तरफ वाहन चेकिंग के दौरान पतरातू से रांची आ रही सफेद फाच्र्यूनर कार(जेएच01बीएफ-9019) से 30 लाख कैश बरामद किए गए तो वहीं दूसरी तरफ लालगुटवा चौक के पास एसडीओ की टीम ने एक मारुति वैन से शराब की कई पेटियां रिकवर की. दोनों ही मामलों में पूछताछ के दौरान साफ हो गया है कि रुपए और शराब का इस्तेमाल वोटरों को लुभाने के लिए किया जाना था. कार में बरामद रुपए के साथ गजानंद प्रसाद, उमेश्वर प्रसाद और गाड़ी चालक हीरा प्रसाद को हिरासत में लिया गया है.

देर रात तक बदलते रहे बयान

रुपए के साथ हिरासत में लिए गए लोग देर रात तक पूछताछ में अपने बयान बदलते रहे. कभी खुद को पेट्रोल पंप का संचालक बताया तो कभी ट्रांसपोर्टर, कोयला कारोबारी समेत कई तरह की बातें कहीं. इस दौरान कई रसूखदारों ने आरोपियों को छुड़ाने के लिए अधिकारियों से भी सम्पर्क साधा, लेकिन नतीजा शून्य रहा.

पेट्रोलपंप संचालक बताया, स्टाफ का इनकार

पकड़े गए लोगों ने खुद को काफी देर तक थाना के समीप स्थित पेट्रोल पंप का संचालक बताया और कहा कि रुपए पेट्रोल पंप के हैं. लेकिन देर शाम जब पंप के कर्मियों को बुलाकर पहचान कराई गई तो उन्होंने दोनों को संचालक मानने से साफ इनकार कर दिया. इसके बाद पुलिस और जिला प्रशासन ने सख्ती से पूछताछ शुरू कर दी.

क्या कहते हैं अधिकारी

कांके बीडीओ ज्ञान शंकर जायसवाल ने बताया कि मैं कांके सीओ अनिल कुमार के साथ पिठोरिया क्षेत्र से बूथ का निरीक्षण कर लौट रहा था. लोकसभा चुनाव के दौरान लगाए चेकनाका पर ड्यूटी में तैनात कनीय अभियंता मो. सज्जाद, पिठोरिया थाना प्रभारी बिनोद राम ने वाहन चेंकिंग के दौरान फॉच्र्यूनर कार को रोका, जिसकी जांच में 30 लाख कैश बरामद किए गए.

आईटी विभाग की टीम पहुंची थाना

मामले की जानकारी मिलते के साथ ही इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीम भी पिठोरिया थाना पहुंची. वहां पहुंचकर सबसे पहले रुपए की गिनती करने के बाद टीम ने उसे अपने कब्जे में ले लिया. पकड़े गए लोगों से पूछताछ की जा रही है कि आखिर इतने रुपए कहां से आए और कहां ले जाए जा रहे थे.

वर्जन

पकड़े गए तीनों युवक बरामद रुपए के संबंध में पूछे जाने पर बार-बार बयान बदल रहे हैं. जब उनसे उनके धंधे के बारे में पूछा गया तो बता रहे हैं कि वे पेट्रोल पंप मालिक, कोयला व्यवसायी, ट्रांसपोर्टर हैं. मामला संदेहास्पद है और विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी.

अनीश गुप्ता, एसएसपी, रांची