RANCHI : नाबालिगों द्वारा दुष्कर्म के आंकड़ों का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। नाबालिगों द्वारा सामूहिक बलात्कार करने के भी कई मामले सामने आए हैं। झारखंड में ऐसे कई केसेज हैं, जिसमें नाबालिगों ने अपने से अधिक उम्र की युवतियों के साथ रेप किया। अब देखिए ना। कुछ दिन पहले राजधानी रांची के धुर्वा इलाके में एक नाबालिग ने अपने बुआ का ही रेप कर डाला। वह अपने भाई की शादी में शामिल होने के लिए आई थी, लेकिन उस नाबालिग ने मौके का फायदा उठाकर उसकी इज्जत लूट ली। पीडि़ता ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई और आरोपी नाबालिग डुमरडगा स्थित रिमांड होम में बंद है।

2014 में 2144 मामले दर्ज

पिछले दस सालों में किशोरों द्वारा बलात्कार के मामलों में तीन सौ प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। 2003 में किशोरों द्वारा बलात्कार के 535 मामले दर्ज किए गए थे, जो 2014 में बढ़कर 2144 हो गए। इनमें झारखंड के आंकड़े भी मौजूद हैं। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो(एनसीआरबी) के मुताबिक, किशोरों द्वारा किए जा रहे अपराध में लगातार इजाफा हो रहा है। 2003 में जहां पूरे देश में बाल अपराध के 33320 मामले दर्ज किए गए थे, जो 2014 में बढ़ कर 45266 हो गए। इनमें सोलह से 18 साल के आयु के 31364, बारह से सोलह साल की आयु के 10534 और बारह साल से कम आयु के 668 बच्चे को गिरफ्तार किया गया था। बारह साल वाले बच्चों में से एक दर्जन को हत्या जैसे जघन्य अपराध के मामलों में गिरफ्तार किया गया था।

दो साल में बढ़ गए दोगुना मामले

सिविल कोर्ट के अधिवक्ता प्रियरंजन ने बताया कि लोकसभा में किशोर न्याय संशोधन विधेयक 2014 रखा गया। इस विधेयक में सजा देने की उम्र सीमा 18 से घटा कर 16 साल कर दी गई है। भले ही यह विधेयक अभी कानून नहीं बन सका है, लेकिन नाबालिगों द्वारा किए जानेवाले अपराधों में जिस तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है, उससे इस विधेयक को कानून बनाने की मांग तेज हो रही है। एनसीआरबी के अनुसार, किशोरों द्वारा किए गए बलात्कारों की संख्या 2012 के मुकाबले 2014 में लगभग दोगुना हो गई। 2014 में दर्ज बलात्कार के 2144 मामलों में से से 1488 में बलात्कारियों की उम्र 16 से 18 साल थी, जबकि बदलते परिवेश में किशोरों द्वारा लगातार गंभीर अपराध किए जा रहे हैं।

झारखंड में हर दिन दुष्कर्म की 10 घटनाएं

एनसीआरबी द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, जून 2012 में प्रत्येक घंटे दो महिलाओं के साथ बलात्कार किया गया। वहीं, 11 महिलाओं का यौन शोषण और छेड़खानी की गई थी। झारखंड पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, झारखंड में वर्ष 2014 के अगस्त माह तक 996 युवतियां व महिलाओं का रेप हुआ था। इनमें से कई आरोपी नाबालिग थे। झारखंड में हर रोज 10 बलात्कार की घटनाएं होती है। रेप के मामले में अधिकतर वैसे लोग शामिल होते हें, जो एक दूसरे के परिचित होते हैं। इनमें कई ऐसे होते हैं, जो शादी के नाम पर यौन शोषण करते हैं। झारखंड पुलिस के रिकॉर्ड के मुताबिक, युवतियों के साथ बलात्कार के मामले में कई बार उनके ब्वॉयफ्रेंड ही दोषी होते हैं।

किसे माना जाता है नाबालिग अपराधी

भारत में अठारह साल से कम उम्र का अपराधी नाबालिग माना जाता है और उनके खिलाफ आरोप की सुनवाई केवल जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड में होती है.सजा के नाम पर उन्हें अधिकतम तीन साल बाल सुधार गृह में गुजारने की सजा सुनाई जाती है, जबकि बदलते परिवेश में किशोरों द्वारा लगातार गंभीर अपराध किए जा रहे हैं। गौरतलब है कि सिर्फ भारत में किशोरों को जघन्य अपराध करने के बावजूद गंभीर सजा नहीं मिल पाती है।