क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ : राजधानी में सफाई व्यवस्था तमाम कोशिशों के बाद भी पटरी पर नहीं लौट पा रही है. अब तो आरएमएसडब्ल्यू ने सफाई कर्मियों को भी हटा लिया है. इससे वार्डो में झाड़ू लगना तक बंद हो गया है. वहीं डोर टू डोर कलेक्शन का काम भी पहले से ही ठप है. जगह जगह कूड़ा करकट का अंबार लगे होने से पब्लिक का जीना मुश्किल हो रहा है. ऐसे में शहर की नारकीय हालत को देखते हुए नगर आयुक्त ने 33 वार्डो में अधिकारियों से अपने मजदूर लगाकर सफाई कराने का आदेश दिया है. ताकि सिटी की बदहाल स्थिति को सुधारा जा सके.

इसलिए सफाई व्यवस्था तार तार

सफाई व्यवस्था के बेपटरी हो जाने के कारण नगर आयुक्त ने सिटी में सफाई के लिए स्पेशल टास्क फोर्स को लगाने को कहा है. जिससे कि गंदगी वाले इलाकों में युद्धस्तर पर सफाई कराई जा सके. इसके अलावा जिन जगहों पर मजदूर नहीं पहुंच सकते वहां भी स्पेशल टास्क फोर्स ही कचरा भी उठाएगा. बताते चलें कि एजेंसी के टर्मिनेशन की प्रक्रिया इलेक्शन के चक्कर में लटकी है. हटाये जाने को लेकर अपने ऊपर मंडरा रहे खतरे को देखते हुए एजेंसी ने भी लगभग काम बंद कर दिया है.

एजेंसी का नहीं सुधरा काम

रांची नगर निगम के अंतर्गत 53 वार्ड हैं. जिसमें से 33 वार्डो में आरएमएसडब्ल्यू एजेंसी ने सफाई का काम संभाला था. लेकिन दो सालों में स्थिति सुधरने की बजाय और खराब होती चली गई. इसके बाद कई बार एजेंसी को हटाने के लिए नोटिस भी दिया गया. पर नोटिस मिलते ही एजेंसी ने काम सुधारा. इसके बाद एजेंसी को एक्सटेंशन मिल गया. लेकिन इस बार नगर निगम ने एजेंसी को हटाने का ही मन बना लिया है.