- हज कमेटी ने जारी किया कुर्रा रिजल्ट, 145 कवर पर हुआ लोगों का सेलेक्शन

- पिछली बार 262 लोगों को मिला था हज पर जाने का मौका

GORAKHPUR: इस्लाम के अहम अरकान हज की अदायगी के लिए दुनिया भर से लाखों लोगों ने फॉर्म भरा। सीट्स लिमिटेड होने की वजह से कुर्रा के जरिए इसका सेलेक्शन किया गया। हज के लिए हज कमेटी ऑफ इंडिया की ओर से सोमवार को कुर्रा अंदाजी (लॉटरी) का रिजल्ट जारी किया गया। इसमें गोरखपुर से 339 लोगों का नाम सेलेक्ट हुआ है। हज के लिए उनका नाम लिस्ट में आने के बाद हज यात्रियों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। सभी अल्लाह का लाखों-करोड़ शुक्र अदा कर रहे हैं।

लखनऊ में हुआ है ड्रॉ

सऊदी अरब में मौजूद अल्लाह के घर की जियारत के लिए 22 जनवरी को हज कुर्रा-2018 (हज यात्रियों के सेलेक्शन के लिए कम्प्यूटराइज ड्रा) निकाला गया। इसके लिए सिर्फ गोरखपुर शहर से सैकड़ों लोगों ने अप्लीकेशन फॉर्म भरा था। ड्रॉ के दौरान 145 कवर पर 339 लोगों का सेलेक्शन किया गया। पिछली बार की बात करें तो साल 2017 में 262, जबकि साल 2016 में जिला गोरखपुर से 230 लोग मुकद्दस हज के सफर को गए थे। इस साल पिछली दो सालों के मुकाबले ज्यादा लोगों को इस सफर पर जाने का मौका मिल रहा है।

एसएमएस से मिली इंफॉर्मेशन

ड्रा निकलने के बाद सभी आजमीन हज को एसएमएस के जरिए उनके सेलेक्ट होने की इंफॉर्मेशन दी गई। गोरखपुर से हज यात्रा पर जाने के लिए कुर्रा अंदाजी में गोरखपुर से सबसे ऊपर राजिक का नाम है। इस पर वह बेहद खुश है और अल्लाह का शुक्र अदा कर रहे हैं। नसरुद्दीन, काजिम अली शेख दूसरी और तीसरी पोजीशन पर हैं। इसमें राजिक और नसरुद्दीन को एक कवर पर दो, जबकि काजिम के एक कवर पर चार लोगों को मुकद्दस हज के सफर पर जाने का मौका मिला है। इसमें कई ऐसे लोग का भी सेलेक्शन हुआ है, जिन्होंने पिछली बार भी फॉर्म भरा था, लेकिन उनका सेलेक्शन नहीं हो सका था।

मालदारों पर फर्ज है हज

इस मामले में मुफ्ती अख्तर हुसैन ने बताया कि हज इस्लाम का आखिरी फरीजा है। इसे अल्लाह ने 9 हिजरी में फर्ज किया। इसे सभी मुसलमानों पर फर्ज नहीं किया गया है, बल्कि जो साहबे हैसियत हैं, उन्हें जिंदगी में एक बार इसे जरूर करना है। वहीं जिनका गुजारा मुश्किल से होता है, या फिर जिनके पास कोई पैसा नहीं बच पाता, तो उनके ऊपर हज फर्ज नहीं है।