JAMSHEDPUR: ईस्ट सिंहभूम में 394 प्राथमिक व मध्य विद्यालयों को बंद करने की सूची में से 35 विद्यालय ऐसे हैं जिनके छात्रों एवं शिक्षकों को हाईस्कूल में मर्ज करना होगा। इन 35 विद्यालय को बच्चों की संख्या कम होने के कारण बंद किया जा रहा है, जबकि इन स्कूलों के एक किलोमीटर की परिधि में न तो अलग से प्राथमिक विद्यालय और न ही मध्य विद्यालय हैं। इस कारण स्कूलों को हाई स्कूल में ही मर्ज करना होगा। सरकार की ओर से इस तरह का कोई निर्देश नहीं है लेकिन विभाग ने इस बात को लेकर आश्वस्त किया है कि ऐसे हाईस्कूल जहां विद्यालय मर्ज हो रहे हैं, उन्हें कंपोजिट स्कूल के रूप में विकसित किया जायेगा। यानि कक्षा नर्सरी से लेकर 12वीं तक की पढ़ाई इन स्कूलों में होगी।

स्कूलों को बंद करने का विरोध

नीति आयोग के निर्देश पर स्कूलों को बंद करने के फरमान का हर जगह विरोध कर रहा है। झामुमो ने प्रत्येक प्रखंड में आंदोलन चला रखा है। गांव-गांव में इस बात का फैलाया जा रहा है कि स्कूलों को बंद करने से बच्चे स्कूल नहीं जा पाएंगे। सभी प्रखंड शिक्षा समिति ने मर्जर की सूची का अनुमोदन भी कर दिया है। मुसाबनी और बहरागोड़ा, गुड़ाबांदा प्रखंड की शिक्षा समिति ने कई स्कूलों को बंद करने पर अपनी आपत्ति दर्ज करते हुए सूची का अनुमोदन किया है।