- गोल्ड और सिल्वर की हुई पिछले साल के मुकाबले कम सेल

- गोल्ड इनवेस्टर्स ने नहीं दिखाई मार्केट में कोई दिलचस्पी

- ऑनलाइन और महंगाई को व्यापारी मान रहे हैं मेन कारण

< - गोल्ड और सिल्वर की हुई पिछले साल के मुकाबले कम सेल

- गोल्ड इनवेस्टर्स ने नहीं दिखाई मार्केट में कोई दिलचस्पी

- ऑनलाइन और महंगाई को व्यापारी मान रहे हैं मेन कारण

Meerut meerut@inext.co.in

Meerut : ऑनलाइन शॉपिंग का बढ़ता ट्रेंड और मार्केट में वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि धनतेरस के दिन व्यापारियों पर धन वर्षा कम करके गया। सुबह से लेकर शाम तक व्यापारियों के चेहरों पर कोई खास खुशी नजर नहीं आई। ताज्जुब की बात तो गोल्ड मार्केट में देखी गई। जहां पिछले साल के मुकाबले कीमतें कम होने के बाद बिक्री में कमी देखी गई। वहीं अन्य सेगमेंट में भी कम व्यापार देखा गया। अगर बात ऑल ओवर व्यापार की करें तो धनतेरस के दिन सिर्फ फ्भ्0 करोड़ रुपए के व्यापार रहा। जो कि पिछले साल के मुकाबले में ब्0 फीसदी कम है।

ख्0 करोड़ का सोना-चांदी

इस धनतेरस पर सर्राफा मार्केट पिछले साल के मुकाबले भ्0 फीसदी कम रहा। ताज्जुब की बात तो ये है कि पिछले साल के मुकाबले सोने और चांदी दोनों की कीमतें कम हैं। शहर सर्राफा और बुलियन ट्रेडर्स की मानें तो इस बार गोल्ड ज्वैलरी और चांदी की बिक्री में सिर्फ ख्0 करोड़ रुपए का व्यापार देखा गया। जबकि पिछले साल से आंकड़ा ब्0 करोड़ के आसपास था। सबसे अधिक बिक्री सोने-चांदी के सिक्कों की हुई। सोमवार को सोने का भाव ख्म् हजार ख्70 रुपये प्रति दस ग्राम रहा। पांच ग्राम सोने का सिक्का क्ब् हजार क्फ्भ् रुपये और दस ग्राम सोने का सिक्का ख्7 हजार ख्70 रुपये का बिका। लोगों ने सोने चांदी के लक्ष्मी गणेश की मूर्ति की खरीदारी की।

कीमत कम रहने के बावजूद

इस बार सोना और चांदी कीमतें भी पिछले वर्ष के मुकाबले काफी कम है। अगर बात सोने की करें तो पिछले धनतेरस पर सोने की कीमत ख्7 हजार 9फ्0 रुपये थी, जो इस बार क्780 रुपए कम कीमत के साथ इस बार धनतेरस पर गोल्ड की कीमत ख्म्,क्भ्0 रुपए है। चांदी तो काफी अच्छे खासे दामों पर गिरी। अगर बात पिछले साल की करें तो चांदी की कीमत फ्9,000 रुपए प्रति किलो ग्राम थी। वहीं इस बार चांदी फ्भ्,ब्00 रुपए प्रतिकिलो ग्राम रहा।

इनवेस्टर्स ने दिखाई दिलचस्पी

सर्राफा व्यापार एसोसिएशन के महामंत्री दिनेश रस्तोगी की मानें तो इस बार धनतेरस के दिन इनवेस्टर्स ने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। सिर्फ लोगों ने ज्वैलरी पर ही जोर दिया। खासकर वेडिंग ज्वैलरी पर लोगों ने ज्यादा खरीदारी की। वहीं बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन के महामंत्री सर्वेश कुमार ने बताया कि धनतेरस के हिसाब से थोड़े बहुत पब्लिक मार्केट में दिखाई दी है। पिछले साल जैसा बूम देखने को नहीं मिला।

पिछले साल के मुकाबले सर्राफा मार्केट थोड़ा हल्का रहा। जबकि गोल्ड की कीमतें पिछले साल से कम थी। फिर भी लोग आज के दिन मार्केट में आए।

- सर्वेश सर्राफ, महामंत्री, बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन

इस बार इनवेस्टर्स ने गोल्ड और सिल्वर मार्केट में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है। ऐसे में व्यापार पिछले साल के मुकाबले में कम देखा गया।

- दिनेश रस्तोगी, महामंत्री, सर्राफा व्यापार एसोसिएशन

म् करोड़ के बिके बर्तन

मेरठ में अमूनन परिवारों ने धनतेरस पर बर्तन की खरीदारी की है। कोई चम्मच तो कोई कुकर, बर्तन की खरीदारी के लिए दुकानों कस्टमर की भीड़ उमड़ी हुई थी। देर रात तक बर्तन व्यापारियों का पांच करोड़ से भी मोटा व्यापार हुआ है। आबूलेन पर महेश जी बर्तन वाले की संचालिका मीनाक्षी ने बताया कि धनतेरस पर कस्टमर को इस बार खासतौर पर एंटीक आइटम बेहद पसंद आई है। वहीं सदर में महावीर बर्तन वाले अंकुर जैन ने बताया कि इस बार पिछले साल की तुलना में ज्यादा सेल हुई है।

कपड़े का हुआ क्0 करोड़ का व्यापार

फेस्टिवल सीजन के चलते लोगों में कपड़ों की खरीदारी के लिए भी क्रेज दिखा। जहां ग‌र्ल्स का फोकस स्पेशल वेस्टर्न ड्रेस पर रहा, वहीं महिलाओं ने सूट की खरीदारी की। ब्वायज में जींस व गर्म टीशर्ट खरीदने का ज्यादा क्रेज था। सिटी में व्यापारियों द्वारा कपड़ों का क्0 करोड़ का बिजनेस बताया जा रहा है। सदर व्यापार संघ अध्यक्ष सुनील दुआ ने बताया कि इस बार लोगों में कपड़ों को खरीदने का काफी क्रेज दिखा है। वहीं रत्न जी साड़ी वाले अंकित मित्तल ने बताया कि इस बार सूट व वेस्टर्न ड्रेसेज की सेल ज्यादा हुई है।

इलेक्ट्रॉनिक आइटम की खूब हुई खरीदारी

दीपावली के खास मौके पर इलेक्ट्रॉनिक आइटम पर कम्पनीज के स्पेशल ऑफर का हर कोई फायदा उठा रहा था। फ्रिज, वॉशिंग मशीन, एलईडी सहित इलेक्ट्रॉनिक आइटम की खरीदारी पर भी ग्राहक फोकस कर रहे थे। सिटी में इलेक्ट्रॉनिक सेल की बात करें तो व्यापारियों के अनुसार क्00 करोड़ के आसपास का बिजनेस मेरठ में हुआ है।

इस बार व्यापारियों की दीपावली थोड़ी फीकी सी रह गई। पिछले साल के मुकाबले ब्0 फीसदी कम व्यापार हुआ। सेल कम होने का मुख्य कारण कीमतों में वृद्धि और ऑनलाइन शॉपिंग का बढ़ता ट्रेंड है।

- नवीन गुप्ता, अध्यक्ष, संयुक्त व्यापार संघ