- चोरी के भय से करब में छिपाकर रखे थे, थ्रेसर से बने कागज के टुकड़े

- एक दिन पूर्व ही 41550 रुपये में भैंस बेचकर आया था किसान

बरहन। चोरी के डर से करब में छिपाकर रखे 41550 रुपये गुरुवार को देखते ही देखते कागज के टुकड़ों में तब्दील हो गए। घटना के बाद किसान दंपती अब अफसोस जता रहे हैं। हुआ यूं कि बरहन के नगला हरदासी निवासी किसान राजकुमार उर्फ काले अपने रिश्तेदार के खाली प्लाट में पशुओं को बांधते हैं। पास ही अलग मकान में रहते हैं। राजकुमार के मुताबिक बीते बुधवार को वह पशु पैंठ में एक भैंस बेचकर आए थे। उसकी कीमत 41550 रुपये उन्होंने चोरी के डर से प्लाट में रखी करब में छिपा दी थी। गुरुवार सुबह राजकुमार आलू के खेत में सिंचाई के लिए चले गए। दोपहर करब कुटाई करने वाला आ गया। पत्‍‌नी ने प्लाट में रखी करब उसे दी। जब थ्रेसर से करब की कुटाई होने लगी तो 500-500 और दो हजार के नोट हवा में कागज के टुकड़ों की तरह उड़ने लगे। यह देख पत्‍‌नी अनीता को रुपयों का ध्यान आया। जब तक उन्होंने थ्रेसर बंद कराया, तब तक सारे नोट कट चुके थे। इसकी जानकारी पर तमाम किसान वहां पहुंच गए।