लखनऊ (आईएएनएस)। विकास के सभी फोन, उससे संबंधित सभी लोगों और रिश्तेदारों के फोन भी सर्विलांस पर है लेकिन अभी उसने संचार के किसी माध्यम का इस्तेमाल नहीं किया है। प्रदेश की योगी सरकार ने शनिवार की रात उसके बारे में सूचना देने पर ईनाम राशि बढ़ा कर एक लाख रुपये कर दी है। उसके साथ जुर्म में अन्य 18 सहयोगियों की सूचना पर भी सरकार ने प्रति अपराधी 25,000 रुपये ईनाम की घोषणा कर दी है। यूपी पुलिस की 60 टीमें उसे व्यग्रता से तलाश रही हैं। इस समय प्रदेश का वह मोस्ट वांटेड अपराधी बन चुका है।

पुलिस ने बिकरू गांव का घर ढहाया, मिलीभगत के संदिग्ध चौबेपुर एसएचओ सस्पेंड

शनिवार को पुलिस ने बिकरू गांव में उसके घर को ढहा दिया है, जहां उसने बृहस्पतिवार की रात और शुक्रवार की तड़के के बीच पुलिस कर्मियों पर घात लगाकर हमला किया और उनकी हत्या कर दी थी। उसके घर के अहाते में खड़े दो एसयूवी और दो ट्रैक्टर भी जेसीबी से कुचल दिए गए। ये सारे काम उसी जेसीबी से किए गए जो पुलिस वालों का रास्ता रोकने के लिए विकास दुबे के घर के रास्ते में खड़ा किया गया था। चौबेपुर के थानाध्यक्ष विनय तिवारी को निलंबित कर दिया गया। इससे पहले 12 घंटे तक स्पेशल टास्क फोर्स ने उससे कड़ी पूछताछ की थी। जब इन्काउंटर शुरू हुआ था तो विनय तिवारी मौके से भाग गया था। एसटीएफ को संदेह है कि विनय तिवारी ने विकास दुबे को पुलिस कार्रवाई की सूचना दे दी थी।

पिता ने कहा घटना के समय गांव में नहीं था बेटा, बचाने को सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे

विकास के पिता राम कुमार दुबे ने शनिवार की रात एसटीएफ से पूछताछ में कहा कि उसका बेटा वारदात की रात गांव में नहीं था। उन्होंने रिपोर्टरों से कहा कि उनका बेटा बेकसूर है और वह उसके लिए सुप्रीम कोर्ट तक लड़ेंगे। उनका कहना था कि उनके बेटे को राजनीति साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। जांच में यह बात भी सामने आई है कि चौबेपुर पुलिस स्टेशन से स्थानीय पावर सब स्टेशन को फोन करके गांव की बिजली काटने के लिए कहा गया था। यही वजह थी कि जब विकास दुबे की ओर से फायरिंग हुई तो पुलिस को अंधेरे में भागने की जगह नहीं मिल पाई और ज्यादा लोगों की जान गई। सब स्टेशन के दो कर्मियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।

सूत्रों ने कहा नेपाल भाग गया विकास, एलडीए ढहा सकती है लखनऊ का उसका घर

इस बीच पुलिस ने विकास के लखनऊ के कृष्णा नगर स्थित आवास से दो कार और दो मोटरसाइकिल जब्त किया है। एक अंबेसडर कार उस घर से जब्त किया गया जिसे बताया जा रहा है कि वह यूपी इस्टेट डिपार्टमेंट से संबंधित है। यह कार प्रिंसिपल सेक्रेटरी को आवंटित की गई थी। विकास के परिवार का कहना था कि इस कार को उन्होंने एक निलामी में खरीदा था लेकिन वे अपने दावे को साबित करने के लिए संबंधित कागजात नहीं दिखा सके। लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) विकास के भाई दीप प्रकाश को कृष्णा नगर वाले घर के लिए नोटिस जारी करने की तैयारी कर रही है। एलडीए का कहना है कि यह घर तय नक्शे के हिसाब से नहीं बना है। यदि वह मकान का वैध कागजात पेश नहीं कर पाएगा तो यह मकान ढहा दिया जाएगा। फिलहाल वह फरार चल रहा है। सूत्रों का कहना है कि इसकी प्रबल संभावना है कि विकास नेपाल या किसी अन्य राज्य में भाग गया है। ताकि मामला ठंडा पड़ जाए तो वह कोर्ट में सरेंडर कर सके।

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