- दून हॉस्टिपल में हो गई थी महिला की मौत

- लाखामंडल में घर ले जा रहे थे शव को

- एंबुलेंस के पीछे कार पर चल रहे थे दो परिवारों के 7 लोग

- दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे पर सिलासू पुल के पास हुआ हादसा

देहरादून

देहरादून से लाखामंडल जा रही एक मारुति कार दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे पर सिलासू पु़ल के पास अनियंत्रित होकर चार सौ मीटर गहरी खाई में गिर गई। एक्सीडेंट में दो परिवारों के पांच लोगों की मौत हो गई। इनमें दंपती और उनका डेढ़ साल का बच्चा भी शामिल हैं। दो अन्य लोगों को चोटें आई हैं। कार सवार लोग देहरादून में दून अस्पताल में मृत परिवार की ही एक महिला का शव लेकर जा रही एंबुलेंस के पीछे चल रहे थे। ट्यूजडे सुबह करीब पांच बजे यह एक्सीडेंट। एक्सीडेंट का असल कारण अभी पता नहीं चला है, हालांकि पहली नजर में चालक को नींद की झपकी आने की बात सामने आ रही है।

दून हॉस्पिटल से ले जा रहे थे शव

लाखामंडल निवासी विनोद गौड़ की पत्नी नम्रता की मंडे को अचानक तबीयत खराब हो गयी थी। परिवार वाले उसे नौगांव हॉस्पिटल ले गए, वहां से उसे दून अस्पताल रेफर कर दिया गया। दून हॉस्पिटल में रात को नम्रता ने दम तोड़ दिया। ट्यूजडे सुबह परिवार के लोग एंबुलेस में नम्रता का शव लेकर लाखामंडल जा रहे थे। एंबुलेंस के साथ एक मारुति कार में दो परिवारों के सात लोग भी लाखामंडल के लिए चले। दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे पर सिलासू पुल के पास सुबह करीब पांच बजे कार अनियंत्रित होकर खाई में लुढ़कती हुई यमुना नदी के किनारे जा पहुंची। एक्सीडेंट में 5 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि 2 अन्य घायल हो गये। सभी मृतक और घायल लाखामंडल के निवासी हैं।

मृतकों के नाम

1. बाबूराम गौड़ (46) पुत्र बुद्धिराम गौड़।

2. दर्शनी देवी (44) पत्नी बाबूराम।

3. हैप्पी गौड़ (18) पुत्र बाबूराम गौड़।

4. रीना (27) पत्नी तिलक राम।

5. शानू डेढ़ साल पुत्री तिलकराम।

घायलों के नाम

1. बबीता (30) पत्नी बिश्वंभर

2. अंकुश गौड़ पुत्र महिमानंद गौड़

घायलों को हेली रेस्क्यू

एक्सीडेंट में घायल दो लोगों को प्रशासन ने हेली रेस्क्यू कर देहरादून पहुंचाया। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और गवर्नर बेबी रानी मौर्या ने हादसे पर दुख व्यक्त किया। सीएम ने मृतक आश्रितों को दो-दो लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।

एंबुलेंस सवार लोगों ने दी सूचना

घटना के कुछ देर बाद एंबुलेंस ने साथ चल रही मारुति कार न दिखने पर अनहोनी की आशंका के चलते पुलिस कंट्रोल रूम को सूचित किया। कुछ देर बाद नैनबाग चौकी प्रभारी हाकम सिंह टीम के मौके पर पहुंचे और स्थानीय लोगों की मदद से शव व घायलों को खाई से निकालकर नैनबाग अस्पताल पहुंचाया। हादसे के बाद से लाखामंडल के बौंदूर खत में मातम पसरा है। ट्यूजडे शाम यमुना नदी के किनारे हादसे में मारे गए लोगों की अंत्येष्टि की गई।