-मंडुवाडीह-लोहता रुट पर स्पीड ट्रायल पूरा होने के बाद पांच और ट्रेंस का होगा संचालन

-ट्रेंस का दबाव कम होने से कैंट स्टेशन के यार्ड रीमॉडलिंग वर्क को मिलेगी गति

मंडुवाडीह-लोहता रुट पर सीआरएस इंस्पेक्शन के बाद ट्रेंस के दौड़ने का रास्ता साफ हो गया है। इस रूट पर नौ दिसंबर से ट्रेंस दौड़ने लगेंगी। रेल प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली है। इसी क्रम में कैंट रेलवे स्टेशन से चलने वाली काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस मंडुवाडीह स्टेशन से चलेगी। इसी तरह चार और ट्रेंस का संचालन यहीं से होगा। इससे मंडुवाडीह स्टेशन पर चहल पहल बढ़ जाएगी तो कैंट रेलवे स्टेशन पर डेवलपमेंट का रोड़ा दूर हो जाएगा।

अब स्टेशन से ख्ख् ट्रेंस होंगी रवाना

एनई रेलवे वाराणसी डिवीजन के मंडुवाडीह स्टेशन को आइएसओ, एस-भ् समेत कई सर्टिफिकेट प्राप्त हो चुके हैं। यहां की खूबसूरती और सुविधाएं पैसेंजर्स को आकर्षित करती हैं। अब तक एक पैसेंजर, मेल-एक्सप्रेस समेत क्7 ट्रेंस का मंडुवाडीह स्टेशन से संचालन होता है। इस बेड़े में पांच नई ट्रेंस मिलने के बाद संख्या ख्ख् हो जाएगी। जिससे पैसेंजर्स को बहुत फायदा होगा।

री-मॉडलिंग योजना पकड़ेगी स्पीड

कैंट रेलवे स्टेशन पर ब्00 करोड़ रुपये की री-मॉडलिंग योजना स्वीकृत है। स्टेशन पर ट्रेंस के दबाव के चलते योजना गति नहीं पकड़ पा रही है। प्लेटफार्म छोटा होने से पैसेंजर्स को दुश्वारियों से जूझना पड़ रहा है।

बढ़ जाएगा दो प्लेटफॉर्म

कैंट स्टेशन के मालगोदाम साइड में प्लेटफार्म नंबर क्0 और क्क् का निर्माण होना है। प्लेटफॉर्म चार व पांच की चौड़ाई कमकर एक स्वतंत्र रेल ट्रैक बिछाने के साथ छोटे प्लेटफामरें को फुल साइज करना है। लखनऊ प्रशासन ने कुछ काम शुरू कर दिया है। जिसमें अब तेजी आएगी, हालांकि इसकी स्पीड तेज करने को कुछ और ट्रेंस को शिफ्ट करना पड़ेगा। कैंट रेलवे स्टेशन के ओवरलोड होने के कारण अधिकांश ट्रेंस आउटर पर फंस जाती है। प्लेटफार्म खाली न होने के अलावा भी कई रोड़े अटकते हैं। यार्ड की रीमॉडलिंग हो जाने के बाद यह समस्या समाप्त हो जाएगी।

इन ट्रेंस का मंडुवाडीह से होगा संचालन

- बुंदेलखंड एक्सप्रेस

- काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस

- रत्‍‌नागिरी एक्सप्रेस

- ओखा-बनारस

पूर्व में प्रस्तावित रहीं ट्रेन

क्- मरुधर एक्सप्रेस

ख्- बुंदेलखंड एक्सप्रेस

फ्- रत्‍‌नागिरी एक्सप्रेस

ब्- गरीब रथ एक्सप्रेस

भ्- काशी विश्वनाथ एक्स

म्- इंटरसिटी एक्स

7-ओखा-बनारस