PRAYAGRAJ। सोमवार को गुरु नाननक देव के 550वां प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य पर शहर के खुल्दाबाद स्थित श्री गुरु सिंह सभा में मंगलवार को भाई अमरजीत सिंह हजूरी रागी और भाई दिलजीत सिंह हजूरी रागी सिक्ख संगत प्रीतम नगर वाले ने कलयुग बाबे तारिया, सतनाम पढ़ मंत्र सुनाया। सबद गायन किया। जिसे सुन वहां मौजूद समूचे सिख समुदाय के लोग मंत्रमुग्ध हो गए। वहीं ज्ञानी जोगिन्दर सिंह आजाद अमृतसर वाले ने गुरु नानक देव के जीवन इतिहास से अवगत कराया। गुरु तेग बहादुर खालसा ग‌र्ल्स इंटर कालेज के बच्चों ने गुरबाणी गायन किया। सिक्ख पंथ के संस्थापक गुरु नानक देव महाराज के उपदेशों के अनुसार अपना जीवन व्यतीत करने की प्ररेणा दी। इस अवसर पर गुरुद्वारा सिख संगत प्रीतम नगर के अध्यक्ष सरदार जस्प्रीत सिंह ने और सचिव सरदार मनमोहन सिंह ने बताया कि 550 वर्ष पूर्व भारत में एक ऐसा संत पैदा हुए। जिन्होंने अपने उपदेशों से न केवल भारत अपितु, इराक, इरान, मक्का मदीना तक में लोगों को प्रभावित किया और भारतीय धर्म-संस्कृति की महानता से सम्पूर्ण विश्व को परिचित कराया।

लोगों ने जमकर छका लंगर का प्रसाद

गुरुद्वारा साहिब में मंगलवार को सुबह दस बजे अखण्ड पाठ साहिब की समाप्ति हुई। इसी दौरान गुरुद्वारा साहिब में आसा दी वार का कीर्तन हुआ। इस मौके पर कथा-कीर्तन, व्याख्यान, कविताये, अरदास एवं लंगर का आयोजन किया। इसमें सभी धर्म के लोगों ने बिना किसी भेद-भाव के गुरु का लंगर प्रसाद छका। गुरु सिंह सभा की ओर से रक्त दान का शिविर लगाया गया। इसमें 37 पुरुष और 8 महिला ने कुल 45 लोगों ने रक्त दान देकर गुरु नानक के सन्दंश के साथ जुड़े। वही प्रीतम नगर स्थित गुरुद्वारा के बाहर फ्री मेडिकल लगा लोगों का चेकअप किया गया।

जयंती पर चित्र प्रदर्शनी

पहली बार गुरु नानक देव की जंयती पर खुल्दाबाद में चित्रकार शिविर लगाया गया। इस शिविर में गुरु नानक देव के जन्म से लेकर की गयी उनकी यात्राओं, पड़ावों, उपदेशों व उनके जीवन के विविध उत्प्रेरक प्रसंगों को रंगों रेखाओं व कल्पना के माध्यम से सुन्दर आकार देकर उनकी जीवन यात्रा व दर्शन को एक जगह, प्रदर्शित किया गया। इस चित्र प्रदर्शनी में गुरु के जीवन दर्शन को जिस सुन्दरता के साथ अभिव्यक्ति दी गयी। इलाहाबाद केन्द्रीय विश्वविद्यालय के चित्रकला संकाय के अध्यक्ष प्रो। अजय जेटली के निर्देशन में चित्र प्रदर्शनी तैयार की गई थी।