- पीएम नरेंद्र मोदी के आíथक पैकेज की घोषणा के छत्तीस घंटे के अंदर एमएसएमई सेक्टर को योगी सरकार का तोहफा

- सीएम योगी ने किया रोजगार संगम ऑनलाइन मेला का शुभारंभ, एमएसएमई साथी पोर्टल भी लांच

- लॉकडाउन के दौरान इतनी बड़ी रकम का लोन बांटने वाला पहला राज्य बना यूपी

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रुष्टयहृह्रङ्ख : माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेस (एमएसएमई) सेक्टर के जरिये प्रदेश की अर्थव्यवस्था का पहिया फिर से घुमाने का प्रयास कर रही योगी सरकार ने गुरुवार को ईज ऑफ डुइंग बिजनेस का बड़ा मैसेज दिया। पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा स्पेशल पैकेज के एलान के छत्तीस घंटे के भीतर ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने 56 हजार 754 उद्यमियों को एक क्लिक पर पलक झपकते ही दो हजार दो करोड़ रुपये का लोन बांट दिया। सरकार का दावा है कि लॉकडाउन अवधि में इतनी बड़ी रकम का लोन बांटने वाला उत्तरप्रदेश पहला राज्य बन गया है।

दो लाख नये रोजगार की गारंटी

सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार सुबह अपने सरकारी आवास पर रोजगार संगम ऑनलाइन मेला का शुभारंभ किया। एमएसएमई सेक्टर के उद्यमियों द्वारा लोन के लिए जो ऑनलाइन आवेदन किये थे, उनका निस्तारण करते हुए उनके अकाउंट में लोन का पैसा पहुंचा दिया गया। दरअसल, केंद्र के पैकेज की घोषणा से पहले ही प्रदेश सरकार ने इसकी तैयारी पूरी कर रखी थी। इस लोन वितरण से 56 हजार 754 इकाइयों में दो लाख लोगों को रोजगार की गारंटी मिली है। बैंकर्स और उद्यमियों की मौजूदगी में सीएम ने एमएसएमई का साथी पोर्टल भी लांच किया, जिसके जरिये उद्यमियों के सरकारी विभाग और बैंक संबंधी तमाम काम घर या ऑफिस में बैठे ही हो जाएंगे।

मिटेगा पलायन का कलंक

इस दौरान योगी ने कहा कि हम कामगारों व श्रमिकों को उत्तर प्रदेश की ताकत बनाएंगे। यह हमारे लिए पलायन का कलंक हटाने का भी बड़ा अवसर है, इसीलिए कामगारों व श्रमिकों की स्किलिंग की स्केलिंग भी की जा रही है। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि अब दीपावली पर गौरी-गणेश की मूíतयां चीन से नहीं आएं। गोरखपुर के टेराकोटा द्वारा चीन से बेहतर मूíतयां बनाई जा सकती है। इस अवसर पर एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, प्रमुख सचिव डॉ। नवनीत सहगल सहित कुछ बैंकर और उद्यमी भी उपस्थित थे।

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सीएम योगी बोले

- देश का सबसे बड़ा एमएसएमई सेक्टर उत्तर प्रदेश में है।

- यहां छोटी-बड़ी मिलाकर कुल 90 लाख इकाइयां हैं।

- प्रयास है कि हर यूनिट में कम से कम एक नया रोजगार सृजित हो।

- कोरोना महामारी के दौरान ही यूपी में पीपीई किट की 26 यूनिटें शुरू कर दी गईं।

- तीन सालों में वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट स्कीम से यूपी के उत्पादों को नई पहचान मिली, प्रति व्यक्ति आय भी बढ़ी है।

- यूपी औद्योगिक विकास के लिए ही महाअभियान शुरू है। यूपी आइए, उद्योग लगाइए और 1000 दिनों की राहत के साथ आखिरी सौ दिनों में आवेदन कर तय एनओसी पाइए।

- पर्यावरण नियमों को छोड़कर बाकी नियमों का भी सरलीकरण किया गया है। एनओसी की सारी प्रक्रिया ऑटोमोड में पूरी होगी।