जहरीली शराब से छह की मौत, तीन बीमार

देहरादून:

दून के पथरिया पीर इलाके में जहरीली शराब पीने से 6 लोगों की मौत हो गई, जबकि 3 की हालत गंभीर है। बताया जा रहा है कि शराब के सेवन से मौत का सिलसिला थर्सडे से ही शुरू हो गया था, लेकिन पुलिस और जनप्रतिनिधि मामले को दबाते रहे। फ्राइडे को जब दो लोगों की और मौत हुई तो सिस्टम की चुप्पी टूटी। पथरिया पीर इलाके से सवा किलोमीटर के दायरे में ही सचिवालय, राजभवन, पुलिस थाना और डीएम आवास है, लेकिन फिर भी मामला दूसरे दिन सामने आया। इधर, सीएम ने मामले की मजिस्ट्रियल इन्क्वायरी कराने के निर्देश दिए हैं।

विधायक के घर के बाहर हंगामा

जहरीली शराब पीने से दो दिन में 6 मौत के इस मामले ने तब तूल पकड़ा जब फ्राइडे को स्थानीय लोग और पीडि़त मसूरी विधायक गणेश जोशी के घर के आगे हंगामा करने पहुंचे। इसके बाद पुलिस जागी और मौके पर पहुंची। पता चला कि 3 मौतें थर्सडे को ही हो चुकी थीं, जिनका अंतिम संस्कार भी कर दिया गया था। जबकि 3 और लोगों को इलाज के लिए दून व महंत इंदिरेश हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। स्थानीय लोगों ने विधायक गणेश जोशी के घर हंगामा करते हुए आरोप लगाया कि सभी ने इलाके के एक घर से शराब खरीदकर पी थी। सभी में मौत से पहले एक जैसे लक्षण देखे गए। मौके पर हंगामा बढ़ता देख कोतवाली, कैंट, डालनवाला समेत आधा दर्जन थानों की फोर्स मौके पर बुलाई गई, किसी तरह पुलिस ने हंगामा शांत कराया।

ऐसे शुरू हुआ मौत का सिलसिला

पुलिस के अनुसार पथरिया पीर के रहने वाले राजेंद्र (45) पुत्र प्यारे की थर्सडे को अचानक तबीयत बिगड़ने लगी। मुंह से झाग निकलता देख परिजन उसे लेकर दून हॉस्पिटल पहुंचे, थोड़ी देर बाद ही उसकी मौत हो गई। इसके थोड़ी देर बाद ही लल्ला (35) पुत्र नत्थूलाल की भी तबीयत बिगड़ने लगी, उसकी भी उपचार के दौरान मौत हो गई। इसके बाद थर्सडे देर शाम सरन (58) पुत्र सुक्कन सिंह को मुंह से झाग निकलने और बेसुध होने पर अस्पताल पहुंचाया गया, उसकी भी मौत हो गई। फ्राइडे को परिवार और स्थानीय लोग तीनों का अंतिम संस्कार कर लौटे ही थे, कि मौत का सिलसिला फिर शुरू हो गया। दोपहर एक बजे से साढ़े 3 बजे के बीच आकाश (23) पुत्र किशन लाल, सुरेंद्र (40) पुत्र अशोक व इंदर (50) पुत्र हरचरन की भी मौत हो गई।

चिल्लाते रहे लोग, खामोश रही पुलिस

स्थानीय लोग लगातार दोहराते रहे कि सभी की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है, लेकिन समय रहते पुलिस ने एक्शन नहीं लिया। सीओ सिटी शेखर चंद सुयाल ने बताया कि सुरेंद्र और इंदर के शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चलेगा। हालांकि, हंगामा होने पर पुलिस ने उस घर पर छापा मारा जहां से शराब खरीदने की बात सामने आई थी, लेकिन तब तक घर के पुरुष सदस्य फरार हो चुके थे, घर पर केवल एक महिला और उसकी बेटी थी। नवंबर में बेटी की शादी है। लिहाजा लोगों ने उसे हिरासत में लेने का विरोध किया। एक बार लोगों ने उसे पुलिस से छुड़ा लिया, लेकिन बाद में महिला पुलिस ने हिरासत में ले लिया।

छापेमारी कर शहर के ठेके बंद कराए

मौत के मामलों के बाद स्थानीय लोगों ने आरोप लगाए कि पुलिस की मिलीभगत से ही इलाके के कई परिवार अवैध तरीके से ठेकों से शराब लाकर उसमें मिलावट कर बेचते हैं। इसके बाद पुलिस ने नेशविला रोड पर चलने वाले शराब के ठेकों पर छापा मारा, वहीं रात आठ बजे शहर के सभी ठेके बंद करा दिए गए.मामले से लोगों में आक्रोश को देखते हुए पूरे इलाके में फोर्स तैनात कर दी गई है। डीएम सी रविशंकर और एसएसपी अरुण मोहन जोशी भी मौके पर पहुंचे और पीडि़तों से घटनाक्रम की जानकारी ली।