नई दिल्ली (एएनआई)। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई) के तहत अब तक 22 नए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की स्थापना को मंजूरी दी है, जिनमें से छह पहले से ही पूरी तरह काम कर रहे हैं। मंत्रालय ने कहा कि कुल 22 नए एम्स में से भोपाल, भुवनेश्वर, जोधपुर, पटना, रायपुर और ऋषिकेश में छह एम्स पहले से एक्टिव हैं और अन्य सात एम्स में ओपीडी सुविधा और एमबीबीएस कक्षाएं शुरू हो गई हैं। वहीं पांच और संस्थानों में सिर्फ एमबीबीएस की कक्षाएं शुरू हुई हैं। मंत्रालय ने यह भी कहा कि इन एम्स ने मध्यम और गंभीर कोविड रोगियों के इलाज के लिए बेड कैपेसिटी बढाकर को दूसरी लहर की चुनौती का अच्छे से मुकाबला किया है।

रायबरेली और गोरखपुर एम्स कोविड मरीजों का उपचार

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अप्रैल-मई, 2021 के दौरान रायबरेली और गोरखपुर एम्स में कोविड उपचार सुविधाएं शुरू की गई हैं। इससे उत्तर प्रदेश राज्य को फतेहपुर, बाराबंकी, कौशाम्बी, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर, अंबेडकर नगर, बस्ती, संत कबीर नगर, महाराजगंज, कुशीनगर, देवरिया, बलिया, मऊ और आजमगढ़ जैसे दूरदराज के जिलों के रोगियों की सक्रिय सेवा करने में मदद की है। वर्तमान में, 12 नए एम्स में समर्पित कोविड बेड में 1,925 नाॅन-आईसीयू ऑक्सीजन बेड और वेंटिलेटर सहित 908 आईसीयू बेड उपलब्ध हैं।

एम्स पटना में 330 नॉन-आईसीयू ऑक्सीजन बेड

एम्स भुवनेश्वर में 295 नाॅन-आईसीयू ऑक्सीजन बेड और वेंटिलेटर सहित 62 आईसीयू बेड हैं। एम्स भोपाल में 300 नाॅन-आईसीयू ऑक्सीजन बेड और 200 आईसीयू बेड वेंटिलेटर सहित, एम्स जोधपुर में 120 नॉन-आईसीयू ऑक्सीजन बेड और 190 आईसीयू बेड हैं, जिसमें वेंटिलेटर भी शामिल है। एम्स पटना में 330 नॉन-आईसीयू ऑक्सीजन बेड और वेंटिलेटर सहित 60 आईसीयू बेड हैं। एम्स रायपुर में 406 नाॅन-आईसीयू ऑक्सीजन बेड और वेंटिलेटर सहित 81 आईसीयू बेड हैं।

एम्स रायबरेली में 30 नाॅन-आईसीयू ऑक्सीजन बेड

एम्स ऋषिकेश नाॅन-150 आईसीयू ऑक्सीजन बेड और 250 आईसीयू बेड वेंटिलेटर सहित हैं। एम्स मंगलागिरी 90 नाॅन-आईसीयू ऑक्सीजन बेड और वेंटिलेटर सहित 10 आईसीयू बेड हैं। एम्स नागपुर 125 नॉन-आईसीयू ऑक्सीजन बेड और वेंटिलेटर सहित 10 आईसीयू बेड है। एम्स रायबरेली में 30 नाॅन-आईसीयू ऑक्सीजन बेड और वेंटिलेटर सहित 20 आईसीयू बेड हैं। एम्स बठिंडा में 45 नाॅन-आईसीयू ऑक्सीजन बेड और वेंटिलेटर सहित 25 आईसीयू बेड, एम्स बीबीनगर और एम्स गोरखपुर में क्रमशः 24 और 10 नाॅन-आईसीयू ऑक्सीजन बेड हैं।

नए एम्स की क्षमताओं को मजबूत किया जा रहा है

स्वास्थ्य मंत्रालय ने आगे कहा कि कोविड मामलों को संभालने के लिए इन नए एम्स की क्षमताओं को सरकार द्वारा वेंटिलेटर जैसे अतिरिक्त उपकरणों के आवंटन के माध्यम से मजबूत किया जा रहा है। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर के अलावा अन्य जरूरी सामान जैसे एन -95 मास्क, पीपीई किट और आवश्यक दवाएं जिनमें फेविपिरवीर, रेमेडिसविर और टोसीलिज़ुमैब शामिल हैं।देश में प्रधानमंत्री स्‍वास्‍थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई) की घोषणा वर्ष 2003 में की गई थी।

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