- 600 के करीब दुकानें भूतनाथ मार्केट में
- 25-30 खाने के ठेले प्रतिदिन लगते मार्केट में
- 1 भी डस्टबिन मार्केट एरिया में नहीं
- 15 हजार ग्राहक प्रतिदिन आते मार्केट मे
- भूतनाथ मार्केट में कहीं भी नहीं नजर आते डस्टबिन
- गोल मार्केट की भी यही स्थिति, व्यापारी और ग्राहक रहते परेशान
LUCKNOW: अगर आप भूतनाथ या गोल मार्केट जा रहे हैं तो आपको कहीं भी कूड़ा फेंकने के लिए प्रॉपर इंतजाम नहीं मिलेंगे, जिसकी वजह से आपको सड़क किनारे या फिर किसी की दुकान के सामने ही कूड़ा फेंकने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। आलम यह है कि बेहद व्यस्त दोनों मार्केट में कहीं भी डस्टबिन नजर नहीं आते हैं, जिसकी वजह से व्यापारियों के साथ-साथ आम जनता को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। व्यापारियों की ओर से कई बार निगम प्रशासन से डस्टबिन लगवाने संबंधी मांग भी की गई लेकिन कोई ठोस रिस्पांस सामने नहीं आया, जिसकी वजह से गुजरते वक्त के साथ स्थिति बद से बदतर होती जा रही है।
डस्टबिन हो गए कबाड़
सबसे पहले भूतनाथ मार्केट की बात की जाए तो यहां पर 500 से अधिक दुकानें हैं, जिससे खुद अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह मार्केट एरिया कितना व्यस्त होगा। रोजाना पांच हजार से अधिक ग्राहक मार्केट आते हैं। इसके बावजूद यहां पर एक भी डस्टबिन नहीं लगा हुआ है। व्यापारियों की मानें तो काफी समय पहले एक दो प्वाइंट्स पर डस्टबिन लगवाए गए थे, लेकिन गुजरते वक्त के साथ ये सभी डस्टबिन कबाड़ में तब्दील हो गए। इसके बाद नए डस्टबिन नहीं लगवाए गए। परिणामस्वरूप हर किसी को सड़क किनारे कूड़ा फेंकने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
अंडरग्राउंड कूड़ाघर बना मुसीबत
मार्केट में पंचवटी के सामने अंडरग्राउंड कूड़ाघर भी बनवाया गया था। कुछ समय तो स्थिति ठीक रही, लेकिन अब आलम यह है कि कूड़ाघर समाप्त हो चुका है, इसके बावजूद लोगों की ओर से यहीं पर कूड़ा डाला जा रहा है, जिसके कारण व्यापार पर विपरीत असर पड़ रहा है।
नहीं रखते डस्टबिन
मार्केट में कई प्वाइंट्स पर खाने पीने के ठेले व स्टॉल भी लगते हैं। इसके बावजूद यहां पर डस्टबिन की कोई व्यवस्था नहीं है। कई दुकानदारों ने अपनी दुकानों के सामने अस्थाई डस्टबिन तो रखवा दिए हैं, लेकिन इसका कोई खास फायदा नहीं होता है।
भूतनाथ मार्केट के व्यापारी बोले
यह बात सही है कि मार्केट एरिया में कहीं भी डस्टबीन की व्यवस्था नहीं है। इसकी वजह से हर किसी को सड़क किनारे ही कूड़ा फेंकने के लिए मजबूर होना पड़ता है।
देवेंद्र गुप्ता, व्यापारी
निश्चित रूप से डस्टबिन की खासी जरूरत है। मार्केट एरिया में डस्टबीन न होने से हर किसी को परेशानी होती है। जल्द से जल्द मार्केट एरिया में डस्टबीन की व्यवस्था कराई जानी चाहिए।
लवकुश राजानी, व्यापारी
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इस मार्केट में भी डस्टबिन नहीं दिखते
अब अगर गोल मार्केट की बात की जाए तो यहां भी एक भी डस्टबिन नजर नहीं आती है, जिसके कारण व्यापारियों से लेकर ग्राहकों को सड़क या फिर इधर-उधर कूड़ा फेंकने के लिए मजबूर होना पड़ता है। इसकी वजह से हर किसी को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
बारिश में स्थिति खराब
डस्टबिन की व्यवस्था न होने के कारण बारिश के मौसम में स्थिति खासी खराब हो जाती है। दुकानों के सामने कूड़ा फैला होने से तेज दुर्गध उठती है, जिससे व्यापारियों के साथ-साथ ग्राहकों के लिए मुश्किलें उत्पन्न होती हैं।
नंबर गेम
150 के करीब दुकानें गोल मार्केट में
5-6 हजार ग्राहक प्रतिदिन आते मार्केट में
1 भी डस्टबिन नहीं दिखता मार्केट में
10-12 खाने के स्टॉलल/ठेले लगते मार्केट में
गोल मार्केट के व्यापारी
फिलहाल तो मार्केट में कहीं भी डस्टबिन नजर नहीं आता है। इसकी वजह से अक्सर परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस सुविधा की तरफ ध्यान दिया जाना चाहिए।
अजय अग्रवाल, व्यापारी
डस्टबिन तो बेहद जरूरी है। अगर सभी प्वाइंट्स पर डस्टबिन रख दिए जाएं तो निश्चित रूप से सड़क पर फैलने वाली गंदगी को रोका जा सकता है।
राजीव, व्यापारी