- शहर के 60 छात्रों ने सीएस एग्जीक्यूटिव में दर्ज की सफलता

LUCKNOW: इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरी ऑफ इंडिया की ओर से आयोजित कम्पनी सेक्रेटरी (सीएस) एग्जाम में राजधानी के 62 से अधिक छात्रों ने सफलता दर्ज की। सीएस एग्जीक्यूटिव की परीक्षा में जाहन्वी शाही ने ऑल इंडिया लेवल पर पहली पोजिशन हासिल की और कोमल अग्रवाल दूसरी रैंक हासिल कर शहर का नाम रौशन किया। सीएस इंस्टीट्यूट लखनऊ चैप्टर के चेयरमैन मनीष कुमार मिश्रा ने बताया कि हमे गर्व है कि शहर से इतने छात्रों ने इंडिया लेवल पर अच्छी रैंक हासिल करने में कामयाबी हासिल की। चैप्टर केचेयरमैन के मुताबिक 13 से अधिक छात्र-छात्राएं अपने सारे ग्रुप की परीक्षा पास कर सीएस बन गए हैं।

मैंने 2013 से सीएस की तैयारी शुरू की। तैयारी के लिए नोट्स मेकिंग और रिवीजन पर अधिक ध्यान दिया। मैंने इन छह सालों में हिम्मत नहीं हारी और लगातार मेहनत करती रही। रिजल्ट आज आपके सामने है।

- अंजली गुप्ता

लॉ में मेरा अधिक इंटरेस्ट था। इसीलिए ऐसे में पैरेंट्स ने सीएस के लिए प्रोत्साहित किया तो मैंने एलएलबी के बाद ही 2014 में सीएस की तैयारी शुरू की। मेरी कामयाबी में मेरे पिता का बहुत बड़ा रोल है।

-श्रेया सिंह

सीएस की तैयारी के लिए मैने सेल्फ नोट्स बनाए और पैशनेट होकर पढ़ाई की। आज उसी मेहनक का फल मिला। मैं भविष्य में इसी फील्ड में जॉब भी करना चाहती हूं।

-श्रेया मिश्रा

मेरी कजेन सिस्टर आकांक्षा सिंह चौहान मुम्बई की एक निजी कम्पनी में सीएस है। उनसे ही मुझे प्रेरणा मिली और मैंने सीएस करने का एम बना लिया। उन्होंने मुझे इसके लिए गाइड भी किया।

-अलोक कुमार चौहान

बीकॉम के दौरान मैं कोचिंग कर रही थी। उन्होंने ही मुझे सीए का सुझाव दिया और प्रेरित किया। उसके बाद दिन रात मेहनत की, जब आज जाकर सफलता मिली।

-अंकिता जेटली

बीकॉम के बाद सीएस की तैयारी करना शुरू कर दी। सीएस की पढ़ाई के दौरान मैं एसीसिटेंट एसोसिएट की जॉब भी कर रही थी जिसके वजह से पढ़ाई में बहुत से दिक्कतें भी हुई। तैयारी के लिए खासा समय निकालना पड़ता।

-वर्षा तिवारी

सीएस के लिए कोई खास तैयारी की थी। सप्ताह में दिन में तीन से चार घंटे तैयारी कर परीक्षा दी। मेरे पापा मुझे हमेशा मोटीवेट करते थे जिसके चलते आज मैं इस मुकाम पर पहुंच चुकी।

-जान्हवी शाही