कई थानेदार बदमाशों से लगातार कर रहे हैं मुठभेड़

जिले के दस थानों में अभी तक एक भी मुठभेड़ नहीं

 

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MEERUT :  मेरठ पुलिस अब तक 62 एनकाउंटर कर चुकी है। 7 बदमाश मुठभेड़ में ढेर हुए हैं तो 55 घायल। जिले में 30 थाने हैं। 20 थानों की पुलिस बदमाशों को मुठभेड़ में सबक सिखा चुकी है, जबकि 10 थानों में मुठभेड़ का खाता भी नहीं खुला है। शहर के तीन थानों में 5 बदमाश ढेर किए गए, जबकि देहात के सरूरपुर थाने में दो बदमाश ढेर किए गए। थाना सदर बाजार में 10 तथा लिसाड़ी गेट में 6 मुठभेड़ हो चुकी हैं। कंकरखेड़ा और सरूरपुर में 4-4 मुठभेड़ हुई हैं।


 

कर दिया ढेर

मेरठ शहर की बात करें तो अब तक पुलिस ने सात बड़े बदमाशों को मुठभेड़ के बाद मौत की नींद सुला दिया, जिसमें आंतक का पर्याय हसीन मोटा, डबल मर्डर हत्याकांड में फरार चल रहा सुजीत जाट, हाइवे पर दुल्हन की हत्या करने वाले हिमांशु व धीरज, विकास जाट समेत सात बदमाश शामिल हैं। वहीं कुछ थानेदार क्षेत्र में वांटेड चल रहे बदमाशों को ढूंढ भी नहीं सके हैं।


 

हाफ मुठभेड़ ज्यादा

फुल के साथ हाफ मुठभेड़ में मेरठ पुलिस का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। पिछले एक हफ्ते के दौरान पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान छह बदमाशों के पैर में गोली मारकर उन्हें गिरफ्तार किया है।


 

हफ्ते में दो भी

वैसे तो शहर व देहात में कुल मिलाकर 32 थाने हैं। शहर के कई थानों में वैसे तो लगातार मुठभेड़ चल रही है। कई थानों में हफ्ते में दो मुठभेड़ हो चुकी हैं।

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फुल व हाफ इनकाउंटर

पुलिस की भाषा में जब बदमाश एनकाउंटर में गोली लगने से ढेर हो जाता है तो उसे फुल एनकाउंटर कहा जाता है। अगर बदमाश एनकाउंटर के समय गोली लगने से घायल हो जाता है तो उसे हाफ एनकाउंटर कहा जाता है।

 

सात बदमाश ढेर

थाना मुठभेड़

सदर 2

कंकरखेड़ा 2

लिसाड़ी गेट 1

सरूरपुर - 2

 

55 बदमाश घायल

थाना मुठभेड़

सदर - 8

लिसाड़ी गेट - 5

रेलवे रोड - 4

परीक्षितगढ़ - 4

किठौर - 4

खरखौदा - 4

सरधना - 4

नौचंदी - 4

कंकरखेड़ा - 2

सिविल लाइन - 2

सरूरपुर - 2

रोहटा - 2

भावनपुर - 2

मेडिकल - 2

बहसूमा - 1

मुंडाली - 1

परतापुर - 1

गंगा नगर - 1

इंचौली - 1

दौराला - 1

 

नहीं खुला खाता

ब्रह्मपुरी, कोतवाली, लालकुर्ती, देहली गेट, जानी, पल्लवपुरम, टीपी नगर, हस्तिनापुर, मवाना, फलावदा।

 

बदमाश काफी शातिर हो गए है। देखते ही पुलिस पर फायर करना शुरू कर देते है। जिससे पुलिस को अपनी जान बचाने के लिए मजबूरी में बदमाशों पर गोली चलानी पड़ती है।

अखिलेश कुमार एसएसपी