लातेहार: हेरहंज प्रखंड के सेरनदाग पंचायत में तीन माह के भीतर सात मासूम बच्चों की अज्ञात बीमारी से मौत हो चुकी है। इसकी खबर मीडिया में आने के बाद रविवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मामले पर संज्ञान लिया। ट्वीट के माघ्यम से स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को मामले की जांच कर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। सीएम ने कहा-बन्ना गुप्ताजी आश्चर्यचकित करने वाली इस घटना को संज्ञान में लेकर कृपया उचित कार्रवाई कराएं। साथ ही मुख्यमंत्री ने एक दूसरे ट्वीट के माध्यम से लातेहार डीसी को भी कहा है कि स्पेशल टीम बनाए ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए त्वरित कार्रवाई कर सूचित करें। अगर कुछ और मदद की जरूरत हो तो भी सूचित करें।

क्या कहते हैं सिविल सर्जन

बताते चलें कि सिविल सर्जन डॉ एसपी शर्मा मेडिकल टीम के साथ शनिवार को प्रभावित इलाके में पहुंचे थे और पीडि़त परिवारों से मुलाकात कर पूरे मामले की जानकारी ली। इस दौरान डॉ अशोक ओडि़या ने 21 बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की। तीन बच्चों का ब्लड सैंपल लिया गया। विभाग की ओर से बताया गया कि मौत के कारणों को जानने के लिए तीन बच्चों के ब्लड सैंपल जांच के लिए रिम्स रांची भेजे जाएंगे। मालूम हो कि नवंबर 2019 से अबतक इलाके में पांच वर्ष से कम उम्र के सात बच्चों की मौत अज्ञात बीमारी से हो गई है। सिविल सर्जन डॉ एसपी शर्मा ने बताया कि स्थानीय स्तर पर की जांच से बीमारी के कारणों का पता नहीं चल पा रहा है। इस बारे में स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखकर स्थिति से अवगत कराया जाएगा।

एएनएम व सहिया को शोकॉज

इलाके में तीन माह में सात मासूम बच्चों के मौत मामले को गंभीरता से लेते हुए सिविल सर्जन ने गांव की सहिया अनिता देवी और एएनएम अरुना टोप्पो से 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण की मांग की है। ग्रामीणों का आरोप है कि सहिया को जानकारी देने के बाद भी स्वास्थ विभाग के वरीय अधिकारियों तक इसकी सूचना नहीं दी गई। महिलाओं ने सहिया पर किसी भी स्थिति में सहयोग नहीं करने का भी आरोप लगाया है।