कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। भारत में स्वतंत्रता दिवस, 15 अगस्त को प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला राष्ट्रीय पर्व है। स्वतंत्रता दिवस 1947 में ब्रिटिश शासन के अंत और एक स्वतंत्र और स्वतंत्र भारतीय राष्ट्र की स्थापना का प्रतीक है।14 अगस्‍त 1947 की मध्‍य रात्रि को भारत आजाद हुआ था। यह दो देशों, भारत और पाकिस्तान में उपमहाद्वीप के विभाजन की सालगिरह का प्रतीक है। चूंकि विभाजन के बाद पाकिस्तान ने 14 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाना शुरु कर दिया। फिर भारत में 15 अगस्त को आजादी का जश्न मनाया जाने लगा।

अंग्रेजों को भारत से भगाया
भारत सरकार की आधिकारिक वेबसाइट knowindia.gov.in के अनुसार, भारत में ब्रिटिश शासन 1757 में शुरू हुआ, जब प्लासी के युद्ध में ब्रिटिश जीत के बाद, अंग्रेजी ईस्ट इंडिया कंपनी ने देश पर नियंत्रण स्थापित करना शुरू कर दिया। ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत पर सालों तक शासन किया, जब तक कि इसे 1857-58 में भारतीय विद्रोह के मद्देनजर प्रत्यक्ष ब्रिटिश शासन (अक्सर ब्रिटिश राज के रूप में संदर्भित) द्वारा प्रतिस्थापित नहीं किया गया था। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन शुरू हुआ और इसका नेतृत्व मोहनदास करमचंद गांधी ने किया, जिन्होंने ब्रिटिश शासन के शांतिपूर्ण और अहिंसक अंत की वकालत की।

स्वतंत्रता दिवस पर क्या होता है खास
स्वतंत्रता दिवस के दिन दिल्ली के लालकिले पर प्रधानमंत्री द्वारा झंडा फहराया जाता है। इसके अतिरिक्त, विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम जगह-जगह होते हैं। पुरानी दिल्ली के लाल किले के ऐतिहासिक स्मारक में प्रधानमंत्री के झंडा फहराने के कार्यक्रम में भाग लेने के बाद, एक परेड सशस्त्र बलों और पुलिस के सदस्यों के साथ होती है। प्रधानमंत्री तब देश को संबोधित करते हैं, जो पिछले वर्ष के दौरान भारत की प्रमुख उपलब्धियों को बताता है और भविष्य की चुनौतियों और लक्ष्यों को रेखांकित करता है। इसके अलावा स्वतंत्रता दिवस पर पतंगबाजी भी एक परंपरा बन गई है। इस दिन नई दिल्ली में सरकारी कार्यालयों में अवकाश के दौरान भी लाइटिंग की जाती है।

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