RANCHI: रांची पुलिस ने धुर्वा थाना क्षेत्र के रहने वाले अशोक कुमार के साला अभय अंशुमन हत्याकांड में एक लड़की समेत आठ को गिरफ्तार किया है। इनके पास से पुलिस ने दो रिवाल्वर, एक पंच, चाकू समेत 24 कारतूस भी बरामद किया है। गिरफ्तार आरोपी लड़की का नाम स्नेहा है, जो खूंटी की रहने वाली है। वहीं, हत्याकांड को अंजाम देने वाला मुख्य आरोपी बुधराम लोहरा फरार है। एसएसपी अनीश गुप्ता ने कहा कि गिरफ्तार अपराधियों ने हत्या की बात स्वीकार कर ली है।

क्या है मामला

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, स्नेहा बेंगलुरू में नर्सिग की पढ़ाई कर रही थी, जिसका अंशुमान से प्रेम संबंध था। पर, कुछ दिनों से स्नेहा ने अंशुमान को दरकिनार कर दिया था। इसके बाद अभय अंशुमान ने उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। यह उस वक्त की तस्वीर थी, जब अंशुमान और स्नेहा गोवा गए थे और अंशुमान ने स्नेहा का वीडियो बना ली थी, जिसमें कुछ अंतरंग फोटो भी थे। इस फोटो और वीडियो को स्नेहा वापस लेना चाहती थी। ऐसे में उसने सागर मंडल नामक शख्स से बात की और अंशुमान के खिलाफ एक योजना बनाई। सागर को विश्वास में लेने के लिए उसने देवघर मंदिर में जाकर शादी रचा ली। इसके बाद गेम प्लान किया गया। स्नेहा के इस गेम प्लान में उसके तथाकथित पति सागर लाल ने मास्टरमाइंड की भूमिका निभाई। चूंकि, अभय अंशुमान और स्नेहा के बीच हमेशा बातचीत होती थी, इसलिए स्नेहा ने धोखे से अंशुमान को यह कहकर बुलाया कि वह खूंटी आ गई है। अंशुमान खूंटी के लिए जाने लगा। लेकिन, बीच रास्ते तुपुदाना से ही उसे किडनैप कर लिया गया।

एक लाख में सौदा हुआ था तय

फिर, मामले में एक लाख रुपए सागर ने अपने कुछ दोस्तों को देने का लालच दिया। लालच में आकर बुधराम लोहरा ने डोरंडा के मो नईम अंसारी, मो शब्बीर अंसारी से हथियार उपलब्ध कराया और इस योजना में शामिल कराया। अभय अंशुमान की हत्या में चटपु सिंह उर्फ कृष्ण, जिदन पूर्ति, फैसल अहमद, सदाम अंसारी उर्फ बिट्टू शामिल थे।

28 को मिसिंग, 29 को हुई थी हत्या

अभय के परिजनों ने जगन्नाथपुर थाने में 28 जुलाई को उसकी मिसिंग की एंट्री दर्ज कराई थी। इसके बाद जब अभय की बाइक तुपुदाना में मिली। तब अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। बताया जाता है कि 29 जुलाई को खूंटी में उसकी हत्या कर दी गई थी।