चंद्रपुर (एएनआई)। कोरोना वायरस और लाॅकडउन की वजह से बड़ी संख्या में लोग परेशान हुए। इस महामारी ने गांवों में स्वास्थ्य सुविधाओं को गंभीर रूप से प्रभावित किया लेकिन इस संकट के दौरान चंद्रपुर के एक 87 वर्षीय चिकित्सक ग्रामीणों के लिए मसीहा साबित हुए। उन्होंने अपने रोगियों को हमेशा की तरह अपनी साइकिल से समय पर पहुंचकर उपचार व दवाइयां उपलब्ध कराई। जी हां होम्योपैथिक चिकित्सक डॉक्टर रामचंद्र दानेकर पिछले करीब 60 वर्ष से गरीबों को घर-घर जाकर चिकित्सा उपलब्ध कराने का काम कर रहे हैं। वह अपनी साइकिल से रोजाना 10-15 किलोमीटर की यात्रा करते हैं।

आजकल युवा डॉक्टर केवल पैसे के पीछे भागते

इस संबंध में न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए डॉक्टर रामचंद्र दानेकर ने कहा कि कोविड-19 में कई डॉक्टर मरीजों का इलाज करने से डरते हैं लेकिन मुझे ऐसा कोई डर नहीं है। आजकल युवा डॉक्टर केवल पैसे के पीछे भागते हैं। वे गरीबों की सेवा नहीं करना चाहते हैं। वे एक दिन में कई गांवों को कवर करते हैं। पहले वह कई-कई दिनों तक घर से बाहर रहते थे लेकिन अब बढ़ती उम्र की वजह से रात में घर लाैट आते हैं।

महामारी के दौर में भी ग्रामीणों की सेवा रखी जारी

डॉक्टर रामचंद्र दानेकर ने कहा कि मैं तब तक लोगों की सेवा करता रहूंगा जब तक मेरे अंग काम करते रहेंगे। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि डॉक्टर दानेकर हमेशा उनके लिए एक ही कॉल पर चौबीसों घंटे उपलब्ध रहते हैं और महामारी के दौर में भी उनके लिए काम करना जारी रखा। वह हमारे लिए एक भगवान की तरह है। वह एकमात्र डॉक्टर है जो किसी भी समय किसी भी कॉल पर हमारे पास पहुंचते हैं।

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