RANCHI: सत्यनारायण सिंह के नाती रौनक के मुंडन की खुशी से पड़ोस के लोग भी खुश थे। पूरे परिवार के लौटने के बाद रांची में भी पार्टी देने की बात कह कर गए थे। मगर, किसी ने सोचा न होगा कि खुशी का माहौल इस कदर गम में बदल जाएगा। शनिवार की सुबह हेसाग स्थित संचल्स स्कूल लेन रोड में दुर्घटना में मौत की खबर मिलने के बाद पड़ोसी समेत पूरे मोहल्ला सन्न रह गया। नींद खुलते ही बुरी खबर सुनकर लोगों के होश उड़ गए। सभी एकजुट होकर आपस में सिर्फ चर्चा कर रहे थे कि भगवान की भी क्या लीला है। अगर, 60 किलोमीटर का रास्ता तय कर लेते, तो पूरा परिवार घर में खुशी से रहता। मगर, ऐसा भगवान को भी रास नहीं आया। जैसे-जैसे सत्यनारायण सिंह के परिवार खत्म होने की सूचना लोगों को मिलती गई। सभी रामगढ़ की ओर भागने लगे।

बड़ा बेटा पत्नी के साथ चला गया था ससुराल

रौनक के मुंडन में सत्यनारायण सिंह का बड़ा बेटा जितेंद्र सिंह भी पूरे परिवार के साथ शामिल हुआ था। वह भी पूरे परिवार के साथ रांची लौटने वाले थे। मगर, ससुराल के लोगों से मिलने के लिए दो दिन पूर्व गुरुवार को वह अपने पैतृक गांव से आरा निकल गए थे। ससुराल से रविवार को रांची के लिए निकलने वाले थे। मगर, शनिवार की सुबह दुर्घटना में पूरे परिवार के समाप्त होने की सूचना मिली। सूचना मिलने के बाद जितेंद्र पूरे परिवार के साथ आरा स्थित ससुराल से रामगढ़ के लिए निकल गए हैं। सत्यनारायण सिंह का बड़ा बेटा जितेंद्र तुपुदाना इंडस्ट्रीज में काम करता है।