RANCHI सबका साथ सबका विकास के नारे के साथ कदमताल कर रहे झारखंड में उच्च शिक्षा की दुर्गति हो रही है। राज्य में वर्ष 2014 से 2016 के बीच ग्रोस इनरॉलमेंट रेशियो 13.1 से गिरकर 10.1 हो गया। यह रिपोर्ट नीति आयोग की है। इस दौरान इनरॉलमेंट में तीन प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी है। राज्य में शिक्षा की दुर्गति की हालत यह है कि 89.9 प्रतिशत युवा उच्च शिक्षा से वंचित हैं। यही नहीं राज्य के 47 डिग्री कॉलेजों में प्रिंसिपल नहीं हैं और बहाली के दौरान भी केवल 24 की अनुशंसा हुई है।

मुरझा जायेंगी प्रतिभाएं

फुटाज के महासचिव और पीजी हिंदी डिपार्टमेंट के डॉ मिथिलेश कुमार ने बताया कि ग्रोस इनरॉलमेंट रेशियो में आयी गिरावट चिंताजनक है। राज्य में जिस तरह युवाओं को मिलनेवाली स्कॉलरशिप की राशि घटी है और उसे हासिल करना दुष्कर हुआ है। गरीब विद्यार्थियों के लिए शिक्षा हासिल करना मुश्किल हुआ है। पहले जो युवा स्कॉलरशिप की राशि के सहारे पढ़ाई करते थे उनकी संख्या घटी है और उसका परिणाम जीइआर की गिरावट के रुप में सामने आया है। राज्य में उच्च शिक्षा प्राप्त युवाओं के लिए भी रोजगार की सियोरिटी नहीं है।

20 स्टूडेंट पर एक टीचर की हो व्यवस्था

आम आदमी पार्टी के छात्र विंग सीवाइएसएस के छात्र नेता दीपक गुप्ता ने बताया कि झारखंड में बदहाल शिक्षा व्यवस्था की हालत सुधारने के लिए आम आदमी पार्टी आंदोलन कर रही है। हमारी मांग है कि हर कॉलेज और विभाग में सरकारी मानक के अनुसार प्रत्येक 20 छात्रों पर एक शिक्षक की व्यवस्था हो। हर ऑनर्स और सब्सिडरी पेपर की पढ़ाई सिलेबस के अनुसार पूरी की जाये। छात्रों को समय पर और पर्याप्त स्कॉलरशिप और शिक्षा लोन की व्यवस्था हो। हर कॉलेज में एक्टिव प्लेसमेंट सेल हो। वहीं फर्जी प्राइवेट कॉलेजों और विश्वविद्यालयों की जांच कर उन्हें तत्काल बंद किया जाये।

शिक्षा बचाओ आंदोलन शुरु

झारखंड में शिक्षा की दुर्गति को ठीक करने के लिए आम आदमी पार्टी और उसका छात्र विंग सीवाइएसएस ने शिक्षा बचाओ आंदोलन शुरु किया है। छह नवंबर से शुरु हुआ यह आंदोलन तीन चरणों में 12 जनवरी तक चलेगा।